दशमेश पिता श्री गुरु गोबिंद सिंह जी द्वारा बसाए पांवटा साहिब नगर में उनका जन्मदिन धूमधाम से मनाया गया। श्री गुरु गोविंद सिंह जी के 352 वें प्रकाशोत्सव की पूर्व संध्या पर जहां भव्य नगर कीर्तन का आयोजन किया गया था वही रविवार को सुबह से पांवटा साहिब गुरुद्वारा में विशेष कार्यक्रमों का आयोजन किया गया। श्री गुरु गोविंद सिंह जी के जन्म दिवस पर यमुना किनारे सिखों के पावन तीर्थ पांवटा गुरुद्वारे में समूचे उत्तर भारत से हजारों की संख्या में संगतें यहां पहुंची।
श्री गुरु गोविंद सिंह जी के जन्मोत्सव के लिए सिख साहेब दशमेश अस्थान गुरुद्वारे पावटा साहिब को दुल्हन की तरह सजाया गया है। गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी ने आयोजन को ऐतिहासिक बनाने में कोई कसर नहीँ छोड़ी। श्रद्धालु भी गुरुद्वारे की भब्यता, पवित्रता और आलौकिक शक्तियों के बशीभूत खिंचे चले आते है। जन्मोत्सव के अवसर पर श्री गुरु महाराज के चरणों में शीश नवाने के लिए हिमाचल ही नहीं उत्तर प्रदेश उत्तराखंड दिल्ली पंजाब हरियाणा से भी हजारों की संख्या में संगत यहां पहुंच रही है।
गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी ने यहां पहुंचने वाली संगतों के लिए विशेष लंगर का आयोजन किया। साथी दरबार साहिब में दिनभर कार्यक्रमों का भी आयोजन रहा। यहां रागी और ठाढ़ि जत्थों ने श्रद्धालुओं को श्री गुरु गोविंद सिंह जी व उनके पांवटा साहिब निवास के बारे में जानकारी दी। इस धार्मिक आयोजन में पहुंचकर श्रद्धालु स्वयं को कृतार्थ महसूस कर रहे थे।
श्री गुरु गोबिंद सिंह जी के जन्मोत्सव पर गुरुद्वारे में सुबह से कार्यक्रमों का कार्यक्रमों का आयोजन रहा। सुबह सर्वप्रथम निशान साहब को झुलाया गया उसके बाद अमृत संचार हुआ और अखंड पाठ साहिब के भोग पड़े। इसके अलावा पूरा दिन श्री दरबार साहिब में कीर्तन गुरबाणी और कथा का आयोजन दिन भर चलता रहा। इस दौरान हजारों श्रद्धालुओं ने श्री गुरु महाराज के चरणों में शीश नवाया और गुरु का लंगर छका।
मौसम में गर्माहट और दिन में बढ़ोतरी की शुरुआत के साथ मुख्यतः पंजाब में मनाया जाने वाला लोहड़ी का धार्मिक त्यौहार की पांवटा साहिब में परंपरागत तरीके से मनाया जा रहा है। सिख बहुल पावटा नगर में गुरु पर्व के साथ साथ लोग लोहरी के रंग में रंगे रहे मूंगफली गजक और रेवड़ी की दुकानों में दिन भर खरीदारी होती रही शाम ढलते ढलते शहर में हर तरफ ढोल की थाप पर अलाव जलाए गए मूंगफली रेवड़ी और गजक खाए और खिलाए गए। कुल मिलाकर पांवटा साहिब शहर लोहड़ी के पावन अवसर पर पंजाब के रंग में रंगा दिखा।
पावटा साहिब के बद्रीपुर में स्थित गुरुद्वारे में लोहड़ी पर्व पर विशेष आयोजन किया गया।रविवार को गुरु की नगरी पोंटा साहिब में गुरु पर्व के साथ साथ लोहड़ी की धूम रही है यहां लोगों ने दिन में गुरु पर्व मनाया तो साथ ही मूंगफली गजक रेवड़ी की जमकर खरीदारी की वहीं शाम ढलते ही शहर भर में लोहड़ी की तैयारियां भी शुरू हो गई शहर के समीप बद्रीपुर गुरुद्वारे में लोहड़ी के अवसर पर विशेष कार्यक्रम का आयोजन किया जाता है हर वर्ष की भांति इस बार भी यहां आसपास के क्षेत्रों के सैंकड़ों महिला पुरुष बुजुर्ग वा बच्चे जुड़े सभी ने पारंपरिक तरीके से लोहड़ी के पर्व की शुरुआत की।
पांवटा साहिब क्षेत्र में लोहड़ी की खासियत यह है कि यहां यह त्यौहार आज भी पारंपरिक रूप से पूजा-अर्चना और अरदास कर मनाया जाता है। सभी लोग लोहड़ी जलाने के बाद लोहड़ी का प्रसाद मूंगफली खेल और रेडियो का प्रसाद प्राप्त करते हैं। साथ ही क्षेत्र व परिवार की खुशहाली और सुख शांति की दुआ करते हैं।