आज ही पत्रकार मोहन की कमी ने पत्रकार जगत को हिला कर रख दिया। जो हर पल की खबर देता था वह खुद आज खबर बन गया। बंजार में दर्दनाक हादसा हुआ और बहुत सारे प्रदेश के पत्रकार अपने पत्रकारों से फीडबैक ले रहे थे। मेरे सहित बहुत लोगों ने मोहन को फोन करने की कोशिश की लेकिन नहीं उठ रहा था फोन,,,,जब पता चला कि खबर नवीस ही खबर बन गया तो दहल गया था दिल। पसीज उठा रोम-रोम! जब पता चला कि खबर देने बाला मोहन भी इसी मौत की सवारी में खो गया। ईश्वर मोहन व उसकी बेटी की आत्मा को शांति दें और भगवान मोहन की दूसरी घायल बेटी को जल्दी स्वस्थ करें। शुक्र है भगवान का कि मोहन का बेटा आज स्कूल नहीं आया था। हैरानी इस बात की है कि
आज जंग खा रही हैं बसें सरकारी , निजी बसें बन रही मौत की सवारी : नार्थ इंडिया पत्रकार एसोसिएशन के प्रदेश अध्यक्ष धनेश गौतम का कहना है कि,,, मेरी यह कैसी लाचारी,,,,कि कुछ नहीं लिख पा रहा। 38 जाने लील कर बंजार हादसे ने सरकार व सरकारी तंत्र की पोल खोल दी है। हैरानी इस बात की है कि सरकारी बसें जंग खा रही है और निजी बसें ओवर लोड करके मौत की सवारी ढो रही हैं। भारत सरकार की मदद से दी गई बसें कई निगम के डिपुओं में जंग खाकर शोपीस बन गई है और सरकारी बसें 42 सीटर होने के बाद 80 सवारियां ढो रही है। आखिर क्या है यह माजरा,,,मुझे कुछ नहीं चल रहा पता,,,,आप लोग दें ,,,,राय,,,,
पत्रकार मोहन लाल ठाकुर की दर्दनाक मौत पर पूरा पत्रकार जगत आहत है। नॉर्थ इंडिया पत्रकार एसोसिएशन के राष्ट्रीय अध्यक्ष हेम राज जिंदल, महासचिव जितेन ठाकुर, राज्य अध्यक्ष धनेश गौतम,सहित तमाम पदाधिकारियों ने इस घटना की कड़े शब्दों में निंदा करते हुए बताया कि सरकार को इस ओर ध्यान देना चाहिए। उन्होंने पत्रकार मोहन के निधन पर शौक प्रकट करते हुए संवेदना प्रकट की है