खेल मंत्री गोविंद सिंह को विपक्ष ने घेरा, मांगा इस्तीफा

( धनेश गौतम ) कुल्लू के कांग्रेस कार्यकर्ता सम्मेलन में प्रदेश प्रभारी रजनी पाटिल सहित प्रदेश कांग्रेस के बड़े दिग्गज शामिल हुए और तीन करोड़ की उगाही का मुद्दा प्रमुख रहा। सबसे पहले प्रतिपक्ष के नेता मुकेश अग्निहोत्री ने सरकार के छह माह के कार्यकाल पर सवाल उठाए और खेल मंत्री के खेल का खुलासा किया। उन्होंने विस्तार से बताया कि यह खेल कैसे खेला गया और बाद में किस तरह से अवैध रूप से उगाही की गई।

उन्होंने कहा कि जब मंडी व सोलन में यह खेल खेला गया तो न तो सीएम ने इसमें भाग लिया और न ही उन जिला के किसी मंत्री ने। सिर्फ गोविंद सिंह ठाकुर ही इस खेल में शामिल रहे और रिंग पर उन्होंने अपनी पत्नि का जन्मदिन केक काटकर मनाया। उन्होंने कहा कि हमने दो स्वाल क्या पूछे कि गोविंद सिंह ठाकुर इतने रूठे और कह डाला कि मुकेश विपक्ष के नेता होने के काबिल ही नहीं। मुकेश ने कहा कि फि र गोविंद सिंह कहते हैं कि मुकेश को संस्कृति ही नहीं आती।

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उन्होंने सवाल पूछा है कि खली के खेल में जो वीडियो क्लिप चंडीगढ़ से पोस्ट की है क्या वह है खेल मंत्री की संस्कृति। उधर कांग्रेस अध्यक्ष सुखविंदर सिंह सुक्खू ने तो गोविंद सिंह को वरखास्त करने की मांग उठाई और तीन करोड़ की उगाही की जांच मांगी। जिला मुख्यालय कुल्लू में आयोजित कांग्रेस कार्यकर्ता सम्मेलन में विपक्ष के नेता मुकेश अग्निहोत्री व प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष सुखविंद सिंह सुक्खू के निशाने पर परिवहन एवं खेल मंत्री गोविंद सिंह ठाकुर रहे। उपरोक्त नेताओं ने कहा कि कुल्लू से ताल्लुख रखने वाले खेल मंत्री ने  विदेशी खेल के आयोजन के लिए जिस तरह से पैसों की उगाही करवाई है उससे प्रदेश में एक गलत परंपरा का आगाज हुआ है।

इस परंपरा शुरू करने को लेकर खेल मंत्री गोविंद सिंह ठाकुर को तुरंत इस्तीफ ा देना चाहिए। उन्होंने कहा कि मंडी में हुए खेल आयोजन के लिए पहले खेल मंत्री ने सरकार की ओर से तीन करोड़ रुपए देने की बात कही लेकिन जब सरकारी स्तर पर उस खेल के लिए किसी तरह के धन का प्रावधान न होने का पता चला तो मंत्री गोविंद सिंह ठाकुर ने उद्योगपत्तियों से इस पैसे की उगाही करवाई। उद्योग पत्तियों को बिजली,पानी आदि के कनैक्शन काटने के नाम पर डराया धमकाया गया।

उन्होंने कहा कि यह परंपरा गलत शुरू हुई है इसके लिए उन्होंने मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर से मांग की है कि वे इस मामले में जांच करवाए। उन्होंने कहा कि प्रदेश में कानून व्यवस्था चरमरा चुकी है,कसौली में महिला कर्मचारी की डियूटी पर गोली मार कर हुई हत्या मामले में प्रदेश सरकार पूरी तरह से हाशिए पर है और सरकार सरकारी आदेशों का पालन करने के लिए डयूटी दे रही महिला आधिकारी को सुरक्षा नहीं दे पाई।

उन्होंने कहा कि भाजपा को प्रदेश में होने वाले कांग्रेस के सम्मेलनों से तकलीफ  हो रही है। उपरोक्त नेताओं ने कहा कि प्रदेश में भाजपा की सरकार को छह महीने हो चुके हैं लेकिन सरकार सिर्फ तबादलों तक ही सीमित है इन छह महीनों के भीतर 50 हजार तबादले हो चुके हैं। जबकि दूसरे विकास के कार्य पूरी तरह से ठप्प पड़े हुए हैं। उन्होंने कहा कि विधानसभा में कांग्रेस के 21 विधायक तालियां बजाने नहीं जनता की आवाज उठाने पहुंचे हैं लेकिन प्रदेश में सत्तासीन नेता ये मंशा पालकर बैठे हैं कि उनकी गलतियों को विपक्ष न उठाएं वे इस गलत फ हमी में न रहें।

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