किसान की आय को दोगुना करने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की परिकल्पना को साकार करने के लिए चैधरी श्रवण कुमार कृषि विज्ञान केंद्र बरठीं में केंद्रीय स्वास्थ्य एंव कल्याण मंत्री जेपी नडडा ने प्रगतिशील किसान व वैज्ञानिक सलाहकार बैठक की अध्यक्षता करते हुए कहा कि किसान मजबूत हो उसकी तकदीर बदले, किसान समाज में अग्रणी नेतृत्व के रूप में खडा हो, इसके लिए केंद्र सरकार द्वारा व्यापक प्रयास किये जा रहे हैं,
उन्होंने कहा कि उसके लिए जो केंद्र सरकार के कृषि मंत्रालय द्वारा किये जा रहे प्रयासों की जानकारियां हासिल करनी थी, उसके संदर्भ में प्रगतिशील किसानों द्वारा किसानों को धरातल स्तर पर आ रही कठिनाईयों और कृषि की दशा को बेहतर करने के लिए प्राप्त सुझावों को कृषि मंत्रालय भारत सरकार को रिपोर्ट के रूप में एक सप्ताह के भीतर सौंपा जाएगा और प्रयास किया जाएगा तथा प्रधानमंत्री से व्यक्तिगत रूप से मिलकर इन समस्याओं के निवारण के लिए उचित पग उठाने के लिए निवेदन किया जाएगा।
नडडा ने कहा कि देश में किसानों को आर्थिक रूप से मजबूत करने के लिए प्रधानमंत्री के दिशानिर्देशों को अमलीजामा पहनाने के लिए कृषि मंत्रालय भारत सरकार द्वारा अनेकों योजनाओं का कार्यान्वयन किया जा रहा है! केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री ने वैज्ञानिक सलाहकारों द्वारा किये जा रहे अनुसंधानों को जमीनी स्तर पर उतारने के लिए कृषि विज्ञान केंद्र या कृषि विद्यालय कारगर सिद्ध हो सकते हैं।
इस अवसर पर विधायक झ.डूता जीत राम कटवाल ने कहा कि किसानों का कृषि के प्रति रूझान कम न हो इसके लिए संबधित विभागों को किसानों के हित लिए चलाई जा रही योजनाओं को प्रभावी ढंग से लागू करना होगा ताकि किसान आर्थिक रूप से सुदृढ हो। उन्होंने इस अवसर पर ग्रीन हाउसों के संदर्भ में भी अवगत करवाया। घुमारवीं के विधायक राजेंद्र गर्ग ने भी चर्चा में भाग लेते हुए कहा कि प्रधानमंत्री द्वारा किसानों की आय को दोगुना करने का जो लक्ष्य रखा है उसको मूर्त रूप देने के लिए आवश्यक है कि किसानों की वस्तुस्थिति से संबधित जानकारी संबधित अधिकारियों के पास उपलब्ध होनी अनिवार्य है ताकि किस श्रेणी के किस किसान को किस प्रकार के सरकारी योजना के अंतर्गत लाभान्वित किया जाना है उसका निर्धारण हो सके।
सदर विधायक सुभाष ठाकुर ने सुझाव देते हुए कहा कि किसानों के उत्पादों को बिक्री के लिए उचित प्रबंध के अतिरिक्त मार्केंटिग की सुविधाएं उपलब्ध करवाना आवश्यक है। उपायुक्त बिलासपुर विवेक भाटिया ने इस अवसर पर कहा कि किसानों के हित के लिए चलाई जा रही फसल बीमा योजना के अंतर्गत उनकी नुकसान की भरपाई का आकलन पंचायत व गांव स्तर पर होना चाहिए! इससे पूर्व जेपी नडडा ने विभिन्न स्वयं सहायता समूहों द्वारा निर्मित उत्पादों की प्रदर्शनी का अवलोकन किया व विभिन्न उत्पादों के प्रति अपनी रूचि दर्शाते हुए स्वयं सहायता समूहों के सदस्यों से उत्पादों के संदर्भ में व मार्केटिंग बारे विचार विमर्श किया।
उन्होंने जिला के प्रगतिशील किसानों के साथ जिला में पैदा किये जाने वाले उत्पादों व किसानों को आने वाली कठिनाईयों के विषय में व्यापक रूप से चर्चा की। इस अवसर पर कृषि विश्वविद्यालय के वाइस चांसलर अशोक कुमार सरयाल, निदेशक कृषि प्रसार शिक्षा डा0 अतुल, निदेशक कृषि अनुसंधान डा0 आर एस जंबाल व कृषि विभाग के अन्य वैज्ञानिकों सहित जिला भर के प्रगतिशील किसान उपस्थित थे!