( निर्मला ठाकुर ) ओसिस इंस्टीच्यूट ऑफ कम्प्यूटर ऐजुकेशन एंड टेक्रोलॉजी संस्थान पीरडी में प्रधानमंत्री कौशल विकास मेले का आयोजन किया गया। इस कौशल विकास मेले में संस्थान की 240 प्रशिक्षु युवतियों ने भाग लिया और धूमधाम से इस कार्यक्रम को मनाया। यह आयोजन संस्थान के एमडी नंद लाल ठाकुर एवं समन्वयक निरंजना ठाकुर की देखरेख में संपन्न हुआ।
इस अवसर पर नॉर्थ इंडिया पत्रकार ऐसोसिएशन के राज्य अध्यक्ष एवं प्रेस क्लब कुल्लू के प्रधान धनेश गौतम बतौर मुख्यातिथि उपस्थित हुए। उनके साथ इस दौरान उप प्रधान करतार कौशल, पीआरओ बालकृष्ण शर्मा, छविल शर्मा, मनीष ठाकुर, अजय ठाकुर व अखिल कौशल उपस्थित रहे। उन्होंने प्रधानमंत्री कौशल विकास मेले का रिवन काटकर विधिवत शुभारंभ किया।
इस अवसर पर संस्थान ने मुख्यातिथि व अन्य तिथियों का कुल्लवी परंपरा के साथ स्वागत किया। इस अवसर पर मुख्यातिथि धनेश गौतम ने अपने संबोधन में कहा कि प्रधानमंत्री कौशल विकास योजना से युवाओं के स्किल का विकास हो रहा है। उन्होंने कहा कि इस योजना के तहत देश के युवाओं व युवतियों को तकनीकी शिक्षा प्रदान हो रही हैं ताकि वे भविष्य में कुछ बन सके और रोजगार कमा सके।
उन्होंने कहा कि युवाओं को इस योजना का भरपुर लाभ उठाना चाहिए और जो युवा कॉलेज या स्कूल किसी कारणवश छोड़ देते हैं उन्हें तुरंत इस योजना का लाभ उठाना चाहिए और तकनिकी शिक्षा प्राप्त करके स्वरोजगार कमाने के लिए स्वावलंबी होना चाहिए। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि युवा देश का भविष्य है और इस देश का युवा मजबूत होगा तो देश मजबूत होगा। यदि युवा ही कमजोर हुए तो देश भी कमजोर होगा। इसलिए युवाओं को आत्मविश्वास, आत्मसंयम व लग्र के साथ काम करना चाहिए।
जिस भी युवा में यह तीन गुण होते हैं वे हर कार्य को अंजाम दे सकते हैं। इसके अलावा उन्होंने कहा कि युवाओं को नाकारात्मक सोच नहीं रखनी चाहिए बल्कि साकारात्मक दिशा में जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि इस योजना का प्रचार-प्रसार सभी युवा गांव-गांव जाकर करें। इस अवसर पर संस्थान की को-ऑर्डिनेटर निरंजना ठाकुर ने प्रधानमंत्री कौशल विकास योजना के बारे में विस्तृत जानकारी दी।
उन्होंने बताया कि उनके संस्थान को दो ट्रेड मिले हैं जिसमें ब्यूटीशन व फैशन डिजाइन शामिल है। उन्होंने बताया कि उनके पास 240 सीटें इन ट्रेडों के लिए सरकार ने स्वीकृत की हैं। उन्होंने प्रशिक्षुओं को संबोधित करते हुए कहा कि वे संस्थान के माध्यम से यहां अध्ययनरत युवाओं में कौशल विकसित करेंगे। जब युवाओं में कौशल निर्माण होगा तो तभी वे भविष्य में आत्मनिर्भर बन सकते हैं और रोजगार कमा सकते हैं।