( जसवीर सिंह हंस ) सिख संप्रदाय के दसवें गुरू गोविन्द सिंह जी एक महान संत एवं अवतारित पुरूष थे जिन्होने धर्म की रक्षा के लिए अपने पिता और चार बच्चों का बलिदान दिया गया था । यह उदगार विधानसभा अध्यक्ष ने आज यहां दसवें गुरू गोविन्द सिंह जी के 333वें नाहन आगमन पर मनाए जा रहे जोहड मेले के उपलक्ष्य पर नाहन स्थित गुरूद्वारा में संबांेधित करते हुए व्यक्त किए । उन्होने इससे पहले गुरूद्वारा में शीश नवाया और विश्व शांति के लिए अरदास की ।
उन्होने दसवें गुरू गोविन्द सिंह जी के 333वें नाहन आगमन दिवस पर सिख समुदाय के लोगों को शुभकामनाऐं दी और कहा कि गुरू गोविन्द सिंह जी त्याग और तपस्या की एक अनूठी मिसाल है जिन्होने धर्म की स्थापना के लिए अपना सर्वस्व निछावर किया था ।उन्होंने कहा कि यह गौरव का विषय है कि दसवें गुरू गोविन्द सिंह जी 30 अपै्रल, 1685 को नाहन आए और यहां पर आठ महीने 10 दिन व्यतीत किए ।
इस दौरन उनके द्वारा दो रियासतों सिरमौर और फतेहशाह टिहरी के मध्य वर्षो से चल रहे सीमा विवाद को आपसी समझौता से सुलझाया गया था । उन्होने गुरूद्वारा प्रबन्धक समिति की सराहना करते हुए कहा कि समिति द्वारा गुरू गोविन्द सिंह के नाहन आगमन की प्रसन्नता में हर वर्ष जोहड़ मेले का आयोजन किया जाता है जिसमें लोगों के मनोरंजन के लिए अनेक गतिविधियों का समावेश किया जाता है ।
उन्होने कहा कि यह गौरव का विषय है कि दसवें गुरू गोविन्द सिंह जी द्वारा सिरमौर के विभिन्न स्थलों का दौरा करके लोगों को सदभावना, प्रेम और देश भक्ति का पाठ पढ़ाया था । उन्होने कहा कि सिरमौर जिला में धार्मिक पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए मास्टर प्लान तैयार किया जा रहा है जिसमें नाहन शहर की ऐतिहासिक धरोहरों के अतिरिक्त पांवटा साहिब, भंगानी, टोका साहिब, नाहन और बडूसाहिब में ऐतिहासिक गुरूद्वारो और एशिया की सबसे बड़ी प्राकतिक श्रीरेणुका झील व भगवान परशुराम मंदिर, माता बाला सुन्दरी सिद्धपीठ त्रिलोकपुर, भगायणी मंदिर हरिपुरधार इत्यादि अनेक धार्मिक स्थल है जिन्हें टूरिस्ट सर्कट में शामिल किया जा रहा है और यह धार्मिक स्थल कालांतर से लोगों की आस्था व श्रद्धा के केंद्र बने हुए है ।
इससे पहले दशमेश अस्थान गुरूद्वारा प्रबन्धक समिति के अध्यक्ष अमृत शाह द्वारा विधानसभा अध्यक्ष एवं साथ आए अन्य अधिकारियों का स्वागत किया तथा सरोपे भेंट किए गए । उन्होने इस जोहड़ मेले को जिला स्तरीय मेले का दर्जा देने की मांग की ।
वही गुरु ग्रंथ साहिब जी दी अपार कृपा द्वारा “सरदार हरी सिंघ नलुआ गतका अखाड़ा पांवटा साहिब ” के बच्चो एवम युवको ने कल दिनांक 28 अप्रैल की शाम को नाहन के चौगान मैदान में सिख इतिहास को दर्शाती एक भव्य सिख मार्शल आर्ट गतका की प्रस्तुति की । इसमें दर्शाया गया कि सिख शूरवीरो ने कैसे देश कौम के लिये अपना आप कुर्बान किया।गतका नाइट का आयोजन करने वाले दशमेश सेवक नोजवान सेवक जथा नाहन ने सभी बच्चो एवम नोजवानो को मेडल एवम सिर्टीफिकेट से सन्मानित भी किया। एवम रिक्शा चालक जसवंत सिंघ सोनू को भी सन्मानित किया ।
इससे पहले द्वारा सुरेन्द्रा क्लब में दशमेश सेवा समिति द्वारा आयोजित रक्तदान शिविर और निःशुल्क स्वास्थ्य जांच शिविर का भी उदघाटन किया । उन्होने गुरू हरकिशन साहिब चेरिटेबल हॉस्पिटल सोहना मोहाली से विशेषज्ञ चिकित्सकों का नाहन में शिविर आयोजित करने के लिए आभार व्यक्त किया । इस शिविर में डा0 कमलजीत , डॉ0 शुभम ढींगरा, डॉ0 बमोत्रा और डॉ0 मीनाक्षी ने शिविर में अपनी स्वैच्छिक सेवाऐं प्रदान की गई ।इस मौके पर दशमेश सेवा समिति के प्रबन्धक सर्वजीत सिंह, दलवीर सिंह, महासचिव दलीप सिंह, सचिव सतिन्द्र कौर, फौजा सिंह सहित अन्य समिति के सदस्य उपस्थित थे ।