मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर ने आज नई दिल्ली में केन्द्रीय परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी से भेंट की तथा उनसे राज्य में रज्जू मार्ग परियोजनाओं को लागू करने के लिए 500 करोड़ रुपये की ग्रांट स्वीकृत करने का आग्रह किया।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश सरकार ने शहरों में सड़कों पर बढ़ते दबाव को कम करने और जनजातीय क्षेत्रों व ऊॅंचे दर्रों में सुगम परिवहन के लिए एक वैकल्पिक एवं पर्यावरण मित्र रज्जू मार्गों के उपयोग का निर्णय लिया है। उन्होंने कहा कि इसके लिए राज्य सरकार ने रोप-वे एण्ड रैपिड ट्रांसपोर्ट डेवल्पमेंट कॉर्पोरेशन का नोडल एजेंसी के रूप में गठन किया है, जिसके माध्यम से राज्य के शहरी एवं ग्रामीण क्षेत्रों में परिवहन समस्या को दूर करने के लिए वैकल्पिक व्यवस्था बनाई जाएगी।
जय राम ठाकुर ने कहा कि कॉर्पोरेशन का मुख्य लक्ष्य रज्जू मार्गों और अन्य रैपिड परिवहन सुविधाएं विकसित करना है, जिससे सडकों पर बढ़ती यातायात समस्या से निपटा जा सके और राज्य में वैकल्पिक परिवहन सुविधा भी विकसित की जा सके। उन्होंने कहा कि रज्जू मार्गों के निर्माण में कम भूमि और वन कटान की कम आवश्यकता के कारण इन्हें कम समय अवधि में पूरा किया जा सकता है। उन्होंने कहा कि राज्य में इन परिवहन परियोजनाओं को लागू करने के लिए राज्य को केन्द्र सरकार की सहायता की आवश्यकता है तथा ये परियोजनाएं (रज्जू मार्ग और स्काई बस) केन्द्रीय मंत्री के भीड़भाड़ एवं दूर-दराज क्षेत्रों को परिवहन सुविधा उपलब्ध करवाने के विज़न के अनुरूप है।
मुख्यमंत्री ने केन्द्रीय मंत्री से प्रस्तावित ‘पर्वत माला’ योजना के लिए उदार सहायता प्रदान करने के लिए भी आग्रह किया, जिससे यात्रियों को वैकल्पिक परिवहन व्यवस्था प्रदान की जा सके।केन्द्रीय परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने मुख्यमंत्री को उनकी द्वारा रखी गई मांगों पर सहानुभूतिपूर्वक विचार करने का आश्वासन दिया। भारत सरकार के परिवहन सचिव संजीव रंजन, अतिरिक्त मुख्य सचिव एवं मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव डॉ. श्रीकान्त बाल्दी, मुख्यमंत्री के अतिरिक्त प्रधान सचिव संजय कुण्डू, लोक निर्माण विभाग के प्रधान सचिव जे.सी. शर्मा, मुख्यमंत्री के प्रधान निजी सचिव विनय सिंह भी इस बैठक में उपस्थित थे।