पर्यावरण प्रकृति द्वारा प्रदान की गई मनुष्य को अमूल्य देन है इसका संरक्षण करना प्रत्येक व्यक्ति का कर्तव्य ही नही अपितु आज के परिवेश में नैतिक जिम्मेदारी भी है। भविष्य की मानव पौध के लिए पर्यावरण बचाना नितांत आवश्यक है ताकि आने वाली पीढ़ियां स्वच्छ वातावरण में सांस लेकर स्वस्थ रह सकें। यह उद्गार उपायुक्त विवेक भाटिया ने विश्व पर्यावरण दिवस के अवसर पर राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला कन्या में आयोजित जिला स्तरीय पर्यावरण दिवस कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए व्यक्त किए।
उन्होंने कहा कि अपने स्वार्थ के लिए मनुष्य जैसे-जैसे प्रकृति को नुकसान पहुंचता जाएगा मनुष्य की समस्याऐं उतनी ही अधिक बढ़ती जांएगी। उन्होंने कहा कि पर्यावरण का संरक्षण तभी संभव है जब प्रत्येक नागरिक अधिक से अधिक पौधे लगाए ताकि प्रत्येक प्राणी स्वच्छ व स्वस्थ सांस ले सके। उन्होंने जल, वायु और वातावरण के संरक्षण की आवश्यकता पर बल देते हुए कहा कि पर्यावरण को संतुलित बनाए रखने के लिए जल का उचित प्रयोग करें ताकि सभी लोगों को पर्याप्त जल की उपलब्धता हों। उन्होंने लोगों से आहवान करते हुए कहा कि आसपास के वातावरण को स्वच्छ रखें और दूसरे लोगों को भी स्वच्छ पर्यावरण रखने के लिए प्रेरित करें और इसके लिए सभी को एकजुट होकर आगे आना होगा।
उन्होंने अध्यापक वर्ग से आहवान करते हुए कहा कि पर्यावरण संरक्षण में उनकी महत्वपूर्ण भूमिका है विद्यार्थियों को पर्यावरण संरक्षण के प्रति जागरूक करें और प्रण लें कि प्लास्टिक का कम से कम प्रयोग करें और प्लास्टिक के कचरे को न ही सड़क पर फैंकेगे , न ही दूसरों को फैंकने देंगे तथा प्लास्टिक के कचरे के निपटारे का उचित प्रबन्ध करेंगे तथा इसमें सभी की भागीदारी सुनिश्चित करेंगे। उन्होंने स्कूल प्रधानाचार्य से भी कहा कि प्रत्येक सोमवार के दिन को चिन्हित करें और उस दिन बच्चों को पर्यावरण संरक्षण की शपथ दिलाएं और स्कूल के वातावरण को स्वच्छ रखें, सभी सरकारी तथा निजी स्कूल अपनी सहभागिता सुनिश्चित करें। उन्होंने कहा कि पर्यावरण संरक्षण में जो भी स्कूल मुखिया अच्छा कार्य करेगा प्रशासन द्वारा उसे इस दिशा में ओैर बेहतर कार्य करने के लिए हर संभव सहयोग प्रदान किया जाएगा।
इससे पहले स्कूली बच्चों द्वारा हाथ में नारा लेखन पटिटकाओं को लेकर पर्यावरण संरक्षण को जागरूक करती हुई रैली निकाली गई जिसे उपायुक्त द्वारा हरी झंडी दिखाकर उपायुक्त कार्यालय से रवाना किया। रैली पर्यावरण संरक्षण जागरूकता का संदेश देती हुई मुख्य बाजार से होकर राजकीय वरिष्ठ कन्या माध्यमिक पाठशाला में समाप्त हुई। इस अवसर पर स्कूली बच्चों को पर्यावरण संक्षरण की शपथ भी दिलाई गई।
स्कूल प्रधानाचार्य राजीव भारद्वाज ने मुख्यातिथि तथा अन्य उपस्थित अतिथितियों का स्वागत करते हुए कहा कि इस वर्ष भारतवर्ष अंतर्राष्ट्रीय विश्व पर्यावरण दिवस की मेज़बानी कर रहा है। उन्होंने कहा कि इस वर्ष पर्यावरण दिवस की निर्धारित थीम बीट द प्लास्टिक पोलियूशन को सार्थक रूप प्रदान करने के उदेश्य से सभी नागरिकों का दायित्व बन जाता है कि प्लास्टिक, पोलिथीन निष्पादन के लिए वह अपनी सशक्त भूमिकाओं का निर्वहन करें ताकि स्वच्छ वातावरण की दिशा में सार्थक पहल आरम्भ हो सके।
विज्ञान पर्यवेक्षक अमृत महाजन ने बताया कि 15 मई से 5 जून, 2018 तक ज़िला के स्कूलों में स्थापित यूको क्लबों के माध्यम से रिबर फ्रंट कलिनिंग कम्पेयन चलाई गई जिसमें यूको क्लबों द्वारा नदी के आसपास के क्षेत्रों से प्लास्टिक का कूड़ा कचरा संग्रहित करके निष्पादित किया गया।इस अवसर पर बीट द प्लास्टिक पोलियूशन विषय पर स्कूली बच्चों कि चित्र कला व भाषण प्रतियोगिताएं भी आयोजित की गई तथा स्कूली बच्चों द्वारा रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रम भी प्रस्तुत किए गए। उपायुक्त द्वारा विभिन्न प्रतियोगिताओं में विजेता रहे प्रतिभागियों को पुरस्कार देकर सम्मानित किया गया तथा उत्कृष्ट कार्य करने वाले यूको क्लबों को भी सम्मानित किया। इस अवसर पर स्कूल प्रबन्धन समिति के अध्यक्ष ओम प्रकाश गर्ग के अतिरिक्त विभिन स्कूलों के प्रधानाचार्य उपस्थित रहे।
भाषण प्रतियोगिता में राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला बाल बिलासपुर के प्रत्यूष शर्मा प्रथम, गलोैरी पब्लिक स्कूल के विशुद्ध ठाकुर द्वितीय और राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला कन्या बिलासपुर की ख्याती शर्मा तीसरे स्थान पर रहे। चित्रकला प्रतियोगिता में डीएवी स्कूल की शिवांगी प्रथम, राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला कन्या की सानिया द्वितीय और गलोरी स्कूल की अरिशा तीसरे स्थान पर रही। जबकि विभिन्न स्कूलों में बेहतर कार्य करने के लिए यूको क्लबों को भी सम्मानित किया गया जिसमें राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला हरनौड़ा प्रथम, राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला घाघस द्वितीय और राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला कन्दरौर, बडू-डडोण, सौहरी, बैहना जटटा, चांदपुर, राधा कृष्ण पब्लिक स्कूल घंडालवी, डीएवी स्कूल बिलासपुर संयुक्त रूप से तीसरे स्थान पर रहे।