प्रदेश के 3400 स्कूलों में आरम्भ की जाएगी प्री-नर्सरी कक्षाएं

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शिक्षा मंत्री सुरेश भारद्वाज ने कहा कि प्रदेश सरकार राज्य में गुणात्मक शिक्षा प्रदान करने के लिए वचनबद्ध है ताकि विद्यार्थियों का सर्वांगीण विकास सुनिश्चित हो सके। श्री भारद्वाज आज यहां शिमला रॉटरी मिड टाऊन द्वारा आयोजित कार्यक्रम के अवसर पर बोल रहे थे।
इस अवसर पर शिक्षा मंत्री सुरेश भारद्वाज की उपस्थिति में राज्य में शिक्षा अधोसंरचना को विकसित करने व स्कूल शिक्षा से सम्बन्धित सुविधाओं को समग्र परियोजना के माध्यम से लागू करने के लिए रॉटरी इंटरनेशनल डिस्ट्रिक्ट 3080 तथा रॉटरी इंटरनेशनल 3070 के साथ एक समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए गए। समझौता ज्ञापन पर प्रदेश सरकार की ओर से शिक्षा सचिव डॉ. अरूण शर्मा तथा रॉटरी इंटरनेशनल डिस्ट्रिक्ट 3080 की ओर से पास्ट डिस्ट्रिक्ट गवर्नर ध्यान चंद तथा रॉटरी इंटरनेशनल डिस्ट्रिक्ट 3070 की ओर से डिस्ट्रिक्ट गवर्नर ब्रजेश सिंघल ने हस्ताक्षर किए।
शिक्षा मंत्री ने इस अवसर पर कहा कि आज़ादी के उपरांत प्रदेश में शिक्षा के क्षेत्र में अभूतपूर्व विकास हुआ है। आज प्रदेश में 18 हजार से अधिक शिक्षण संस्थान हैं और प्रदेश देश भर में शिक्षा के क्षेत्र में अग्रणी राज्य बनकर उभरा है। उन्होंने कहा कि ऐसे में हमारे ऊपर और अधिक जिम्मेवारी आ जाती है कि हम अपने अग्रणी स्थान को बनाए रखें। उन्होंने कहा कि प्रदेश में शिक्षा में गुणात्मक सुधार में सहयोग देने के लिए आगे आने वाली हर संस्था का सरकार खुले दिल से स्वागत करती है। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार ने निर्णय लिया है कि निकट भविष्य में राज्य के 3400 प्राथमिक स्कूलों में प्री-नर्सरी कक्षाएं आरम्भ की जाएंगी ताकि प्रदेश के ग्रामीण क्षेत्रों के स्कूलों में पढ़ने वाले बच्चों को बेहतर व गुणात्मक शिक्षा सुविधाएं उपलब्ध हो सकें।
उन्होंने रॉटरी इंटरनेशनल के पदाधिकारियों से आग्रह किया कि वे ग्रामीण क्षेत्र के स्कूलों को अपनाए ताकि इन स्कूलों में शिक्षा ग्रहण करने वाले विद्यार्थी लाभान्वित हो सकें। उन्होंने कहा कि शिक्षा में गुणात्मक सुधार के लिए सामुदायिक भागीदारी आवश्यक है। उन्होंने कहा कि सरकार प्रदेश के सरकारी स्कूलों में नामांकन की घटती दर पर चिंतित है। उन्होंने कहा कि सरकार द्वारा सरकारी स्कूलों में नामांकन दर को बढ़ाने के लिए विशेष पग उठाए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि सरकार अखण्ड शिक्षा ज्योति मेरे स्कूल से निकले मोती योजना आरम्भ की है। इस योजना का मुख्य उद्देश्य अभिभावकों को अपने बच्चों को सरकारी स्कूलों में पढ़ाने के लिए प्रेरित करना है।
शिक्षा मंत्री ने कहा कि प्रदेश के युवाओं में बढ़ता नशे का प्रचलन चिंता का विषय है। उन्होंने कहा कि अध्यापक व गैर सरकारी संस्थाएं इस कार्य में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकती है। उन्होंने कहा कि बच्चों को उचित मार्गदर्शन व उच्च संस्कार आधारित शिक्षा अच्छे नागरिक बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है और अच्छे नागरिकों से ही उन्नत देश का निर्माण सुनिश्चित होता है।
शिक्षा सचिव डॉ. अरूण शर्मा ने इस अवसर पर प्रदेश सरकार द्वारा गुणात्मक शिक्षा के लिए उठाए गए विभिन्न कदमों की जानकारी दी। पास्ट डिस्ट्रिक्ट गवर्नर ध्यान चंद ने मुख्यमंत्री तथा अन्य गणमान्य व्यक्तियों का स्वागत किया तथा रॉटरी इंटरनेशनल की विभिन्न सामाजिक कार्यों में भागीदारी के बारे में अवगत करवाया। इस अवसर पर उच्च शिक्षा निदेशक डॉ. अमरजीत तथा प्रारम्भिक शिक्षा निदेशक रोहित जमवाल सहित प्रदेश के विभिन्न विभागों से रॉटरी इंटरनेशनल के पदाधिकारी उपस्थित थे।

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