(जसवीर सिंह हंस ) एक पत्रकार की खबर पर सत्ता पक्ष के विधायक का आग बबूला होना व पत्रकार को धमकी देना लोकतंत्र के चौथे स्तंभ की हत्या है। विधायक द्वारा अभद्र भाषा का प्रयोग व मीडिया जगत के लोगों को धमकाने का मामला हरगिज सहन नहीं होगा। कांगड़ा जिला से संबद्ध रखने बाले पूर्व मंत्री एवं वर्तमान विधायक रमेश धवाला द्वारा पत्रकार को सार्वजनिक रूप से धमकी देना उनकी मानसिकता को दर्शाता है।
यह बात नॉर्थ इंडिया पत्रकार एसोसिएशन के राज्य अध्यक्ष धनेश गौतम ने कही। उन्होंने कहा कि अपनी पार्टी का गुस्सा एक पत्रकार पर निकालना कितना उचित है यह तो विधायक जाने लेकिन उक्त विधायक की इस हरकत से पूरा मीडिया जगत आहत हुआ है। कभी सोचा भी नहीं था कि भाजपा के विधायक सत्ता में आने के बाद लोकतंत्र के चौथे स्तंभ के साथ ऐसा व्यबहार करेंगे। उन्होंने कहा कि विधायक का वीडियो वायरल हुआ है जिसमें वे पत्रकार को धमका रहे हैं और पत्रकार को मर्यादा में रहने की नसीहत दे रहे हैं। उन्होंने चेतावनी देते हुए कहा है कि पत्रकारों को मर्यादा की सीख देने की कोई आवश्यकता नहीं और विधायक को स्वयं मर्यादा में रहना चाहिए।
उन्होंने कहा कि क्या अब पत्रकारों को विधायक से खबर लिखना सीखनी पड़ेगी या फिर विधायक को पूछना पड़ेगा कि क्या खबर लिखनी है। उन्होंने कहा है कि यदि प्रदेश में इसी तरह की परंपरा शुरू हुई तो यह मीडिया जगत के लिए खतरनाक संकेत है। उन्होंने कहा कि इस मामले में मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर को भी पत्र भेजा जा रहा है। यदि इस मामले में उचित कार्रवाई नहीं हुई और विधायक ने अपनी गलती का प्राश्चित नहीं किया तो प्रदेश व देशभर के पत्रकार मोर्चा खोलने को विवश हो जाएंगे।