( धनेश गौतम ) आखिर 13050 फुट ऊंचा रोहतांग दर्रा सीमा सड़क संगठन के जवानों ने बुधवार सांय बहाल कर दिया है। जवानों की कड़ी मशक्कत के बाद सामरिक दृष्टि से महत्वपूर्ण इस मार्ग के बहाल होने से जहां लाहुल-स्पीति के लोगों ने राहत की सांस ली है वहीं, सीमा पर तैनात सेना के जवान के अलावा बीआरओ ने भी खुशी मनाई है। इस बार पहली बार 5 अप्रैल को पहली बार रोहतांग दर्रा बहाल हुआ है।
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लिहाजा, लाहुल-स्पीति के लोगों ने बर्फ के कारावास से 6 माह बाद पूरी तरह से आजादी पा ली है। उधर,पथ परिवहन निगम की बसें भी रोहतांग दर्रा पर शीघ्र दौडऩे लग पड़ेंगी। वहीं, अब लाहुल-स्पीति जिला के लिए खाद्य सामग्री व अन्य सामग्री भी शीघ्र पहुंच जाएगी। इससे पहले यहां के लोग आवागमन के लिए प्रदेश सरकार के उडऩखटोले पर आश्रित थे। मार्ग बहाल होते जिला से बाहर रह रहे कबायली लोगों ने अपने जिला की ओर रूख कर लिया है और अब यहां के लोग खेतीबाड़ी में जुट जाएंगे।
कुछ दिनों बाद ही लेह-लद्दाख तक मार्ग बहाल होने वाला है। बुधवार को रोहतांग पास 13050 फुट छोटे वाहनों के लिए खोल दिया गया है। वहीं, उपायुक्त लाहुल स्पीति अश्वनी कुमार चौधरी ने जानकारी दी है कि गुरूवार को केलांग से कुल्लू के लिए एक तरफा वाहन छोड़े जाएंगे। बीआरओ चीफ इंजीनियर मोहन लाल ने बताया कि रोहतांग मार्ग को आम वाहनों की आवाजाही के बहाल करने के बाद अब 20 अप्रैल तक लेह मार्ग बहाल किया जाएगा।
उन्होंने कहा कि रोहतांग मार्ग के राहलाफाल तथा राहनीनाला में ग्लेशियर तथा एवलांच के चलते काम काफी जोखिम पूर्ण था। उन्होंने कहा कि सर्दियों में भी काजा-समदो-शिमला मार्ग को खुला रखने में सफल रहा जबकि ग्रांफू काजा मार्ग को भी शीघ्र बहाल कर दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि दारचा से सरचू तक स्नो क्लीयरिंग कार्य को अंजाम दिया जा रहा है और पटसेउ ब्रिज तक रोड़ को क्लीयर कर दिया गया है। बारालाचा दर्रे को 20 अप्रैल तक खोल दिया जाएगा।
उधर, निगम ने पहले ही जिला में बस सेवा बहाल रखी है अब रोहतांग दर्रा खुलने से देश के सबसे ऊंचे मार्ग दिल्ली-लेह मार्ग बहाल होने से इस बार अप्रैल माह में ही देश दुनिया के लोग धरती के स्वर्ग के दर्शन कर पाएंगे। यह पहली मर्तवा हुआ है कि 5 अप्रैल को ही रोहतांग दर्रा बहाल कर दिया है। इस बार रोहतांग दर्रा में मात्र 5 से 8 फुट बर्फ की ही दीवार बनी। कम बर्फबारी के कारण पर्यावरण विद चिंतित है। इस बार विद्युत उत्पादन में कमी व पानी की भारी किल्लत की आशंका जाहिर की जा रही है।
उधर, उपायुक्त लाहुल स्पीति ने बताया कि जिला लाहुल स्पीति का प्रवेश द्वार 13050 फुट ऊंचा रोहतांग दर्रे से सीमा सड़क संगठन ने बर्फ हटाने का कार्य पूर्ण कर लिया है तथा रोहतांग दर्रे को 6 अप्रैल से छोटे वाहनों की आवाजाही के लिए खोल दिया जायेगा। यह जानकारी उपायुक्त लाहुल स्पीति अश्वनी कुमार चौधरी ने दी। उन्होंने बताया कि रोहतांग दर्रे में सड़कों की स्थिति को देखते हुए जिला प्रशासन ने यह निर्णय लिया है कि पहले दिन एक तरफा मनाली की ओर से लाहुल आने वाले गाडिय़ों को ही आने की अनुमति दी जायेगी तथा 7 अप्रैल को केलांग से मनाली की ओर वाहनों की आवाजाही दी जाएगी।
रोहतांग में सड़कों पर माईनस तापमान के कारण बर्फ जमने की स्थिति को ध्यान में रखते हुए सुबह 10 बजे से दोपहर 3 बजे तक ही वाहनों की आवाजाही अनुमति दी जाएगी, जब तक सड़क की हालत सामान्य नही हो जाती है तब तक यह व्यवस्था जारी रहेगी । उन्होंने वाहन चालकों से आग्रह किया कि रोहतांग दर्रे में विपरीत परिस्थति व सडकों पर बर्फ जमने की स्थिति से निपटने के लिए गाडियों में आवश्यक सामान बेल्चा आदि का प्रबंध रखें ।
जवानों की कड़ी मशक्कत के बाद रोहतांग पास बहाल कर दिया गया है। इस बार बर्फ कम होने के कारण मार्ग जल्दी बहाल हुआ है – कर्नल एके अवस्थी कमांडर बीआरओ | रोहतांग दर्रा बहाल होते ही गुरूवार को केलांग से कुल्लू के लिए एक तरफा वाहनों की आवाजाही की जाएगी – अश्वनी कुमार चौधरी, उपायुक्त लाहुल-स्पीति