मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर ने आज यहां ‘उत्कृष्ट शिक्षण संस्थान’ राजकीय महाविद्यालय संजौली के स्वर्ण जयंती समारोह की अध्यक्षता करते हुए इस कॉलेज में अगले शैक्षणिक सत्र से अंग्रेजी और हिन्दी में स्नातकोत्तर कक्षाएं आरम्भ करने की घोषणा की। इसके अतिरिक्त यहां बीबीए और पीजीडीसीए पाठयक्रम भी आरम्भ किए जाएंगे।
मुख्यमंत्री ने कहा कि जीवन की सफलता मुख्य रूप से योगयता तथा प्रशिक्षित श्रम शक्ति की प्रतिबद्धता पर निर्भर करती है, जिसमें शिक्षा का अह्म योगदान होता है। उन्होंने कहा कि सरकार ने उच्च शिक्षण संस्थानों में शोध एवं नवाचार को बढ़ावा देने के लिए अनेक कदम उठाए हैं।
उन्होंने कहा कि राज्य सरकार विद्यार्थियों को गुणवत्मक उच्च शिक्षा प्रदान करने के लिए वचनबद्ध है ताकि विद्यार्थियों को समावेशी और रोजगारोन्मुख शिक्षा प्राप्त हो सके। उन्होंने कहा कि बदलते परिप्रेक्ष्य में शिक्षा में भी बदलाव लाए जाने की आवश्यकता है।
उन्होंने कहा कि हमें यह सुनिश्चित करना होगा कि शैक्षणिक संस्थान हमारे राज्य एवं राष्ट्र को एक शिक्षित व सभ्य समाज बनाने में साधक बन सकें। राज्य ने सभी क्षेत्रों विशेषकर शिक्षा में उल्लेखनीय प्रगति की है और हिमाचल को देशभर से इस क्षेत्र में एक अग्रीणी राज्य के रूप में स्थापित किया है। उन्होंने कहा कि हिमाचल प्रदेश आज केरल के बाद दूसरा सबसे अधिक साक्षर प्रदेश बन गया है। उन्होंने कहा कि हमारे प्रदेश में लड़कियां शिक्षा में बेहतर प्रदर्शन कर रही हैं और उन्होंने प्रतियोगी परीक्षाओं में लड़कों को पीछे छोड़ा है।
जय राम ठाकुर ने कहा कि अध्यापक सही मायनों में राष्ट्र निर्माता हैं जो न केवल विद्यार्थियों को बेहतर शिक्षा प्रदान करते हैं अपितु उनमें नैतिक मूल्यों का संचार भी करते हैं, जो समाज के सर्वांगीण विकास के लिए महत्त्वपूर्ण हैं।
विद्यार्थियों में बढ़ती नशे की प्रवृत्ति पर अपनी गहरी चिंता व्यक्त करते हुए, मुख्यमंत्री ने अध्यापकों से इस सामाजिक बुराई को समाप्त करने के लिए आगे आने का आग्रह किया। उन्होंने कहा कि नशा समाज के लिए सबसे बड़ा खतरा बनकर उभरा है जो समाज को खोखला कर रहा है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार इस महाविद्यालय को सुदृढ़ करने के लिए बचनबद्ध है। उन्होंने कहा कि जैसे ही छात्रावास के लिए उपयुक्त भूमि उपलब्ध हो जाएगी, इस महाविद्यालय में लड़कियों के लिए छात्रावास का निर्माण कर दिया जाएगा।
मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर महाविद्यालय के स्वर्ण जयंती के उपलक्ष्य पर प्रकाशित स्मारिका और ई-जर्नल का भी विमोचन किया।
शिक्षा मंत्री सुरेश भारद्वाज ने महाविद्यालय के शिक्षकों, छात्रों और पूर्व छात्रों को बधाई देते हुए कहा कि इस महाविद्यालय को प्रदेश का एकमात्र उत्कृष्ट संस्थान होने का गौरव प्राप्त है। उन्होंने कहा कि इस कॉलेज के निकले छात्रों ने विभिन्न क्षेत्रों में अपना एक अलग स्थान बनाया है। उन्होंने कहा कि राज्य ने शिक्षा के क्षेत्र में असाधारण प्रगति की है। उन्होंने कहा कि राज्य में गुणवत्ता युक्त शिक्षा प्रदान करने वाले संस्थानों का एक विस्तृत नेटवर्क उपलब्ध है, जिससे विद्यार्थियों को घर-द्वार पर बेहतर शिक्षा प्राप्त हो रही है।
संजौली महाविद्यालय के प्रधानाचार्य डॉ. सी.बी. मेहता ने इस अवसर पर मुख्यमंत्री एवं अन्य गणमान्यों का स्वागत किया। उन्होंने पिछले 50 वर्षों के दौरान महाविद्यालय द्वारा अर्जित उपलब्धियों पर भी प्रकाश डाला।
हिमाचल प्रदेश उच्च न्यायालय के न्यायाधीश संदीप शर्मा, सचिव कृषि राकेश कंवर जो इस महाविद्यालय से पढ़े हैं, ने इस संस्थान में अपनी स्मृतियों को ताजा किया।
महाविद्यालय के प्रवक्ता डॉ. रविन्द्र चौहान ने इस अवसर पर धन्यवाद प्रस्ताव रखा।
उच्च शिक्षा निदेशक डॉ. अमरजीत शर्मा, प्रबंध निदेशक एचपीएसईबीएल जे.पी. काल्टा, महाविद्यालय के पूर्व प्रधानाचार्य, महाविद्यालय के पूर्व अध्यापक और विद्यार्थी भी इस अवसर पर उपस्थित थे।