स्वच्छ भारत मिशन के कार्य की गुणवत्ता बनाए रखने के निर्देश

( जसवीर सिंह हंस ) जिला परिषद अध्यक्ष धर्मपाल चौहान ने प्रशासन को निर्देश दिए हैं कि स्वच्छ भारत मिशन के अंतर्गत चयनित पंचायतों में कार्य त्वरित गति से एवं गणुवत्ता के साथ शीघ्र पूरा किया जाए ताकि जनता को इसका पूर्ण लाभ प्राप्त हो सके। धर्मपाल चौहान आज स्वच्छ भारत मिशन ग्रामीण के तहत जिला स्वच्छ भारत मिशन ग्रामीण की बैठक की अध्यक्षता कर रहे थे।

धर्मपाल चौहान ने निर्देश दिए कि स्वच्छ भारत मिशन के तहत शेष बचे कार्यों को शीघ्रता से पूरा किया जाए। उन्होंने कहा कि सोलन जिला हालांकि खुले में शौचमुक्त घोषित कर दिया गया है किन्तु इस दिशा में नियमित अनुश्रवण आवश्यक है। उन्होंने कहा कि खंड विकास अधिकारियों को जिले की सभी पंचायतों में स्वच्छ भारत मिशन के सफल कार्यान्वयन को सुनिश्चित बनाना होगा।

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उपायुक्त सोलन विनोद कुमार ने बैठक को संबोधित करते हुए कहा कि स्वच्छ भारत मिशन ग्रामीण के तहत ठोस एवं तरल कचरा प्रबंधन के लिए जिले की 30 पंचायते चिन्हित की गई हैं। उन्होंने खंड विकास अधिकारियों को निर्देश दिए कि सभी कार्यों में गुणवत्ता एवं पारदर्शिता सुनिश्चित की जाए। उन्होंने कहा कि सभी खंड विकास अधिकारी कार्य योजना की समय-समय पर समीक्षा करें। कार्य योजना को अप्रैल माह में आयोजित होने वाली ग्राम पंचायत की बैठकों में पुनः संशोधित स्वीकृत करवाकर भेजा जाए। उन्होंने कहा कि स्वच्छ भारत मिशन ग्रामीण का सफल कार्यान्वयन खंड विकास अधिकारियों एवं ग्राम पंचायतों के सही तालमेल पर निर्भर करता है।

विनोद कुमार ने कहा कि सोलन जिले को पूर्ण रूप से स्वच्छ रखना हम सभी का दायित्व है। उन्होंने कहा कि यह सुनिश्चित बनाया जाएगा कि औद्योगिक क्षेत्रों से निकलने वाले अपशिष्ट पदार्थों का निपटारा वैज्ञानिक तरीके से हो। उन्होंने कहा कि दो या दो से अधिक पंचायत समूह बनाकर भी कचरे का समुचित प्रबंधन किया जा सकता है। उन्होंने ठोस के साथ-साथ तरल कचरे के प्रबंधन के लिए समुचित कार्य योजना तैयार करने के भी निर्देश दिए।

अतिरिक्त जिला दंडाधिकारी विवेक चंदेल ने कहा कि ग्रामीण स्तर पर संपूर्ण स्वच्छता सुनिश्चित बनाने के लिए संपूर्ण स्वच्छता अभियान समन्वयक नियुक्त किए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि कार्य के अनुरूप नालागढ़ विकासखंड में चार ऐसे समन्वयक नियुक्त किए जाएंगे। कुनिहार खंड में पहले ही चार समन्वयक नियुक्त कर दिए गए हैं।उन्होंने कहा कि जिले की 30 पंचायतों में ठोस एवं तरल कचरा प्रबंधन के लिए 4.92 करोड़ रुपये उपलब्ध करवाए गए हैं।

बैठक में जानकारी दी गई कि विकास खंड सोलन की ग्राम पंचायत सलोगड़ा, चेवा, सेरी, शामती, सपरून तथा बड़ोग, विकास खंड कंडाघाट की ग्राम पंचायत बाशा, झाजा, क्वारग, मही, धंगील तथा तुंदल, विकास खंड कुनिहार की ग्राम पंचायत दाड़लाघाट, दधोगी, कोठी, कोटली, पलानिया तथा सनयारी मोड़, विकास खंड नालागढ़ की ग्राम पंचायत किरपालपुर, मलपुर, खेड़ा, गुल्लरवाला, मानपुरा तथा रामशहर एवं विकास खंड धर्मपुर की ग्राम पंचायत कसौली गड़खल, बरोटीवाला, मंधाला, सूरजपुर, कालूझंडा तथा कृष्णगढ़ को ठोस एवं तरल कचरा प्रबंधन के लिए चिन्हित किया गया है।

बैठक में जानकारी दी गई कि स्वच्छता सुनिश्चित बनाने एवं कचरे के जैविक निपटारे के लिए जिले के बड़ोग तथा धर्मपुर में जैविक डाईजेस्टर स्थापित किए जाएंगे। जिले में विभिन्न स्थानों पर स्थापित झुग्गी-झोंपडि़यों धारकों को शौचालय निर्माण के लिए नोटिस जारी किए जाएंगे। शौचालय निर्मित न होने की स्थिति में झोंपडि़यों को हटा दिया जाएगा।

मुख्य चिकित्सा अधिकारी सोलन डॉ. आर.के. दरोच, जिला ग्रामीण विकास अभिकरण के उपनिदेशक भानु गुप्ता, जिला पंचायत अधिकारी सतीश अग्रवाल, जिला कल्याण अधिकारी बी.एस.ठाकुर, उपनिदेशक उच्च शिक्षा पूनम सूद, उपनिदेशक प्रारंभिक शिक्षा डॉ. चंद्रेश्वर शर्मा, जिले के सभी खंड विकास अधिकारी, सभी विभागों के वरिष्ठ अधिकारी बैठक में उपस्थित थे।

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