( अनिलछांगू) कुपवाड़ा मे आतंकियों से लोहा लेते हुए शहीद हुए उपमंडल शाहपुर के निकटवर्ती गांव रैत के जवान जोरावर सिंह का आज पूरे सैनिक सम्मान के साथ अंतिम संस्कार कर दिया गया। सुबह-सवेरे शहीद की अंतिम यात्रा में सैकड़ों की संख्या में लोग पहुंचे। सेना के साथ-साथ प्रशासनिक अधिकारी भी इस दौरान वहां मौजूद रहे। शहीद जोरावर सिंह को पूरे सैनिक सम्मान के साथ अंतिम विदाई दी गई। गौर रहे कि रैत का जवान कुपवाड़ा मे शहीद हो गया था।
शहीद जवान जोरावर सिंह 160 Inf Bn TA में कुपवाड़ा में तैनात था। बुधवार को वहां हुई आतंकियों से मुठभेड़ में जोरावर सिंह ने दहशतगर्दों का जमकर मुकाबला किया और देश की रक्षा के लिए जान दे दी। शहीद जवान शहीद की पार्थिव देह हेलिकॉप्टर से पठानकोट लाया गया और उसके बाद सड़क मार्ग से उनके गांव रैत पार्थिव देह लाई गई थी, जिसके बाद आज शुक्रवार सुबह उनका अंतिम संस्कार कर दिया गया।
राज्यपाल आचार्य देवव्रत और मुख्यमंत्री श्री जय राम ठाकुर ने बुधवार को जम्मू-कश्मीर के कुपवाड़ा में शहीद हुए कांगड़ा जिले के रैत गांव के हवलदार जोरावर सिंह को श्रद्धांजलि दी है। वह44 वर्ष के थे और प्रादेशिक सेना 160 इनफेंट्री बटालियन में तैनात थे।
राज्यपाल ने कहा कि हिमाचल प्रदेश के बहादुर सिपाही ने देश के लिए सर्वोच्च बलिदान दिया है। उन्होंने दिवंगत आत्मा की शांति के लिए ईश्वर से प्रार्थना की है और शोक संतप्त परिवार के सदस्यों को इस दुःखद घड़ी में उभरने की शक्ति प्रदान करने की कामना की है।
अपने संदेश में मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य के वीर सैनिकों हमेशा ही देश की सुरक्षा के संघर्ष कर प्रदेश को गौरवान्वित किया है। देश तथा राज्य हवलदार जोरावर सिंह के बलिदान को हमेशा याद करेंगे।मुख्यमंत्री ने दिवंगत आत्मा की शान्ति के लिए प्रार्थना की है और शोकाकुल परिवार के प्रति गहरी संवेदनाएं व्यक्त करते हुए उन्हें इस असहनीय क्षति को सहन करने की कामना की है।