नाहन : शूलिनी यूनिवर्सिटी ने नए सेशन में कई नए इनोवेटिव कोर्सेज शुरू करने की घोषणा की

शूलिनीयूनिवर्सिटी ने आज यहां नएशैक्षिक सत्र के लिए अभिनवपाठ्यक्रम की घोषणा की पत्रकारों को संबोधित करते हुएप्रोपी.के.खोसलावाइसचांसलरशूलिनी यूनिवर्सिटीने बताया कि यूनिवर्सिटी द्वाराप्रस्तुत किए गए नए कोर्सेजअद्वितीय हैं और उनमें से कुछइस क्षेत्र में पहली बार प्रस्तुतकिए गए हैं। इनमें एग्रीकल्चरलइंजीनियरिंग, डेटा एनालसिस,योग, नेटवर्क इंजीनियरिंग,डिजिटल जर्नलिज्म औरडिजास्टर मैनेजमेंट शामिल हैं,जिन्हें इस क्षेत्र में पहली बारपेश किया गया है। योग मेंडॉक्टरेट कार्यक्रम भी योगिकविज्ञान के शोध आधार कोमजबूत करने के लिए शुरूकिया जा रहा है।

उन्होंने बताया कि एजुकेशनवल्र्ड की हालिया रैंकिंग मेंशूलिनी यूनिवर्सिटी हिमाचल केनंबर 1 निजी विश्वविद्यालय केरूप में उभरा है और इसकेसाथ ही भारत की 39वींसर्वश्रेष्ठ निजी यूनिवर्सिटी भीरही है। शीर्ष 10 भारतीययूनिवर्सिटीयों और आईआईटीकी तुलना में यूनिवर्सिटी नेअधिक गुणवत्तापूर्ण एवं बेहतरप्रदर्शन किया हैए और दसभारतीय सर्वश्रेष्ठ यूनिवर्सिटीयोंऔर  दस बेस्ट ग्लोबलयूनिवर्सिटीयों के बीच रहा है।यह ग्लोबल औसत के 28.8फीसदी के मुकाबले शूलिनी के28.2 फीसदी पर दुनिया भर मेंसबसे अधिक उद्धृत विश्वव्यापीपत्रिकाओं में 10 फीसदी स्तरपर प्रकाशित जर्नल्स केप्रतिशत में औसत वैश्विकसर्वोत्तम यूनिवर्सिटीयों केबराबर है। अंतरराष्ट्रीयसहभागिता के प्रतिशत केसंबंध में यूनिवर्सिटी 38 फीसदीके शूलिनी के आंकड़ों कीतुलना में 47 फीसदी केअंतरराष्ट्रीय स्तर के करीब हैजबकि भारतीय औसत औसत17.8 फीसदी है।

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नए पाठ्यक्रमों के बारे मेंजानकारी देते हुए वाइसचांसलर ने बताया कि बीएससी(ऑनर्स) 8 सेमेस्टर कीएग्रीकल्चर डिग्री और 60 सीटोंके साथ, कृषि उद्योग औरसहायक संगठन में कैरियर कीएक विस्तृत श्रृंखला के लिएस्टूडेंट्स को तैयार करता है।स्कूल ऑफ एग्रीकल्चर काउद्देश्य सक्षम कृषि वैज्ञानिकोंऔर इंजीनियरों को तैयार करना है, जो जलवायु परिवर्तनऔर शुरुआती अवस्था में चलरही दूसरी हरी क्रांति कीचुनौतियों से निपटने के लिएअच्छी तरह सुसज्जित हों।

बीएससी हॉस्पिटैलिटी एंडहोटल एडमिनिस्ट्रेशन नेशनलकाउंसिल फॉर होटल मैनेजमेंटएंड कैटरिंग टेक्नोलॉजी जेईईया किसी अन्य मान्यता प्राप्तप्रवेश परीक्षा के माध्यम सेशूलिनी के अपने टेस्ट सहितपेश किया गया है।

बीएससी योग कार्यक्रम, इसक्षेत्र में पहली बार प्रस्तुत कियागया है, जिसमें 60 सीटें होंगी।ये कोर्स स्टूडेंट्स को योग,इसकी आधार, उपयोग औरलाभ के बारे में गहन ज्ञानप्रदान करेगा। इस कोर्स कोविशेष रूप से राष्ट्रीय औरअंतरराष्ट्रीय स्तर पर योगप्रशिक्षकों, पेशेवरों औरशोधकर्ताओं की बढ़तीआवश्यकता को पूरा करने केलिए डिज़ाइन किया गया है।शैक्षिक संस्थानों, स्वास्थ्यरिसॉट्र्स, फाइव स्टार होटल,जिम्नेशिया, चिकित्सा संस्थानोंऔर थेरेपी केंद्रों जैसे विभिन्नक्षेत्रों में योग पेशेवरों के लिएनौकरी के ढेरों अवसर उपलब्धहैं। बीएससी योग में 6 सेमेस्टरहोंगेए एमएससी योग 4सेमेस्टर का होगा योग मेंडॉक्टरेट कार्यक्रम भी क्षेत्र मेंयोग विज्ञान में अनुसंधान कीप्रगति के लिए एक नया औरमहत्वपूर्ण कदम होगा।

सोशल मीडिया नेटवर्किंग कीबढ़ती जरूरत के साथ,यूनिवर्सिटी ने डिजिटलजर्नलिज्म कोर्स भी पेश कियाहै। यह कोर्स स्टूडेंट्स को गहनएवं आतंरिक जानकारी प्रदानकरेगा कि कैसे सोशल मीडियारणनीतियों की योजना कैसेबनाएं, सही ऑडियंस तकपहुंचें, सामग्री प्रबंधन औरउचित प्रभाव के लिए उचितग्राफिक्स/ विजुअल सपोर्ट काकैसे उपयोग करें।

उन्होंने कहा कि आपदा प्रबंधनएक और महत्वपूर्ण कोर्स हैजिसे यूनिवर्सिटी द्वारा जोड़ागया है। यह त्रासदियों औरप्राकृतिक आपदाओं के मामलेमें छात्रों को बचाव अभियानचलाने के लिए प्रशिक्षण देने मेंमदद करेगा। यूनिवर्सिटीकॉलेज ऑफ लंदन के साथसंबद्धता और भागीदारी भी कीजा रही है यह भारतीयहिमालयन राज्यों के लिए एकआदर्श  कोर्स है।

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