( जसवीर सिंह हंस ) मुख्यमंत्री श्री जय राम ठाकुर ने आज यहां गेयटी थियेटर में आयोजित सिरमौर विद्यार्थी कल्याण एसोशिएसन द्वारा आयोजित वार्षिक सांस्कृतिक कार्यक्रम ‘जयघोश-2018’ की अध्यक्षता करते हुए कहा कि इस तरह के कार्यक्रम न केवल आपसी सौहार्द बढ़ाने में सहायता करते हैं, बल्कि राज्य के समृद्ध रीति-रिवाजों व संस्कृति के संरक्षण की भावना उत्पन्न करने में भी सहायक होते हैं।
श्री ठाकुर ने कहा कि हम सभी का यह दायित्व बनता है कि अपने पुराने रीति-रिवाजों व संस्कृति का संरक्षण सुनिश्चित बनाएं, ताकि आने वाली पीढ़ी प्रदेश की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत से रू-ब-रू हो सके। मुख्यमंत्री ने सांस्कृतिक कार्यक्रम की प्रशंसा करते हुए कहा कि हिमाचल प्रदेश विभिन्न संस्कृतियों के घर के रूप में जाना जाता है, जो इसे अन्य राज्यों से अलग करता है और विश्व भर में अलग पहचान बनाता है। हमें इस पर गर्व होना चाहिए। उन्होंने कहा कि हम चाहे जितना भी विकास कर लें और जहां भी जाएं, हमें अपनी संस्कृति एवं रीति-रिवाजों को नहीं भूलना चाहिए क्योंकि इसी से ही हमारी पहचान है।
उन्होंने एसोशिएसन को सांस्कृतिक गतिविधियों को बढ़ावा देने के लिए 21 हजार रुपये देने की घोषणा भी की। मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर लोक धुनों पर विधानसभा अध्यक्ष डा. राजीव बिन्दल के साथ नृत्य भी किया। विधानसभा अध्यक्ष डा. राजीव बिन्दल ने मुख्यमंत्री का इस कार्यक्रम में शामिल होने के लिए आभार व्यक्त किया। उन्होंने मुख्यमंत्री को सिरमौर आने का भी निमंत्रण दिया, जिसे उन्होंने स्वीकार किया तथा कहा कि विधानसभा सत्र के उपरान्त वे सिरमौर जिले का दौरा करेंगे।
इससे पूर्व, एसोशिएसन के अध्यक्ष श्री किशन चौहान व प्रधान श्री जयपाल शिवता ने मुख्यमंत्री तथा अन्य गणमान्य अतिथियों का स्वागत किया।पच्छाद के विधायक श्री सुरेश कश्यप ने अपनी एैच्छिक निधि से एसोशिएसन को 11 हजार रुपये देने की घोषणा की।सिरमौरी गायक श्री दिलीप सिरमौरी ने इस अवसर पर पहाड़ी गीत प्रस्तुत किए। इस अवसर पर जिला सिरमौर युवा भाजपा अध्यक्ष श्री कुलदीप राणा, महासचिव श्री प्रदीप ठाकुर व अन्य गणमान्य व्यक्ति भी उपस्थित थे।