( जसवीर सिंह हंस ) जिला सिरमौर के गिरी पार क्षेत्र के राजगढ़ तहसील की होनहार बेटी ने सेना में कमिशन प्राप्त कर बेटी है अनमोल का नारा सत्य कर दिखाया है | ग्रामीण क्षेत्र में पली बड़ी इस युवती ने अपने लक्ष्य को पाने के लिए विवाहिक जीवन के उपरान्त भी कड़ी मेहनत के बूते पर इस मुकाम को हासिल कर डाला |
राजगढ़ क्षेत्र की छोग टाली पंचायत के कंडा निवासी पदम् सिंह ठाकुर की पोती और शावगा क्षेत्र के बुद्धि जीवी भाग सिंह ठाकुर की नातिन अम्बालिका ठाकुर यह दोनों के यही बुजुर्ग उसके हीरो है | अम्बालिका अब जल्द ही सेना में नर्सिंग लेफ्टिनेंट की ट्रेनिंग के लिए आगामी 25 जून को दिल्ली के आर्मी होस्पिटल आर आर में ज्वाईनींग के लिय कूच करेगी | ऐसा नही हे की अम्बालिका को यह मुकाम आसानी से हासिल हुआ |
लम्बे समय तक मेहनत के बूते ही यहाँ पहुँच पाई है | प्रारम्भिक शिक्षा नोहराधार के डीऐवी स्कुल से शुरू हो कर ग्यारवी तक की शिक्षा अपने ननिहाल के विद्यालय फागू शाव्गा से प्राप्त की, जबकि जमा दो की शिक्षा राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक कन्या स्कुल सोलन से पास की | बीएससी नर्सिंग की डीग्री इटरनल विश्वविद्यलय बडू साहिब से प्राप्त की | अगला सफर सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल देहरादून में नर्सिंग आफिसर के पद पर चार साल तक काम किया तदोपरांत 2017 में आल इण्डिया इंस्टीट्यूट ऑफ़ मेडिकल साइंस ऋषिकेश में आई सीएनओ की पोस्ट पर काम किया |
पांच साल के कार्य के दोरान तीन बार गोइंग एक्स्ट्रा मिल्स के अवार्ड से सम्मानित भी किया गया है | गत वर्ष अम्बालिका का विवाह संगढाह क्षेत्र के जबलोग निवासी दीपू ठाकुर से हुआ | उसके बाद भी अपने लक्ष्य की प्राप्ति के लिए मेहनत करनी नही छोड़ी | अम्बालिका का कहना हे की उसे ससुराल में भी भरपूर सहयोग मिलता है उसके ससुर दोलत राम ठाकुर यही चाहते थे की उनकी बहु सेना में अपने देश के लिय काम करे और हमेशा उनकी सास ने बेटी की भांति ही प्यार दिया और पढाई के लिय प्रेरित किया है | अपने इस मुकाम का सारा श्रये अपने कुलिष्ठ देवता , गुरुजनों , अपनी माता सावित्री देवी व् पिता रमेश ठाकुर को देती है कियुंकी कठिनाई के समय हर वक्त वह उसके साथ खड़े रहते थे |