पांवटा साहिब वन परिक्षेत्र की खारा ब्लॉक की झारा बीट (गुलाबगढ़ ) में टीडी की आड़ में लगभग 2 दर्जन पेड़ काटे गए। जिनमें अधिकतर हरे पेड़ हैं। यही नहीं पेड़ भी ओवरसाइज में काटे गए जोकि लगभग 16 से 18 फुट मोटे हैं।
जबकि टीडी के लिए सूखे पेड़ देने का प्रावधान है। और ज्यादा से ज्यादा 7 से 8 फुट मोटे पेड़ दिए जा सकते हैं। न जाने क्यों पावटा वन विभाग के अधिकारी टीडी की लकड़ी लेने वाले व्यक्तियों पर इतनी मेहरबान है।
जंगल से हरे व ओवर साइज के पेड़ कटाई में वन विभाग के अधिकारियों की मिलीभगत नजर आ रही है। यही नहीं मौके पर कटे हुए पेड़ मार्क भी नहीं किए गए हैं ऐसे में कई पेड़ अवैध कटान भी हो सकते हैं। गुलाबगढ़ गांव में टीडी के दिए गए ज्यादातर पेड़ ओवरसाइज है। कुछ टीडी आवेदन कर्ता मौके पर मकान निर्माण सामग्री आदि की शर्त को भी पूरा नहीं करते।
कुछ ने टीडी की मिली लकड़ी को बेच भी दिया है। इस मामले पर आज एक शिकायत पत्र जनमंच ने भी समाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्री डॉ0 राजीव सैजल को सोंपा गया जबकि कुछ दिन पहले भी जिले के वन विभाग के चीफ क्न्सवेटर को इसकी लिखित शिकायत की गयी थी | इस मामले में पांवटा साहिब के डी ऍफ़ ओ ने बताया की मामले की जाँच पूरी हो गयी गयी है सोमवार को रिपोर्ट मिलने के बाद हि वो आगामी कारवाही करेगे |