वन विभाग द्वारा प्रदेश में वन अतिक्रमण एवं बेदखल करने की प्रक्रिया में पारदर्शिता एवं उत्तरदायित्व लाने के लिए क्षेत्रीय कर्मचारियों के लिए सरल सॉॅफटवेयर तैयार किया गया है, जिसमें सार्वजनिक पोर्टल पर कोई भी व्यक्ति अतिक्रमण के मामलों की जानकारी प्राप्त कर सकता है।
यह जानकारी आज यहां प्रधान मुख्य अरण्यपाल (वन) अजय शर्मा ने विभाग के सूचना प्रौद्योगिकी प्रभाग द्वारा चलाए जा रहे प्रशिक्षण कार्यक्रम का शुभारम्भ करते हुए दी। उन्होंने कहा कि प्रथम चरण में शिमला व रामपुर वृत के कर्मचारियों को प्रशिक्षण दिया जा रहा है। उन्होंने कहा कि प्रशिक्षण में सम्बन्धित वृतों के वन मण्डल अधिकारियों, सहायक अरण्यपालों, वन परिक्षेत्र अधिकारियों व वन रक्षकों को अतिक्रमण के मामलों के डाटा को अपडेट करने संबंधी जानकारी दी गई है।
उन्होंने कहा कि विभाग द्वारा पिछले वर्षां में सूचना प्रौद्योगिकी को बढ़ावा देने के लिए विभिन्न सॉफटवेयर तैयार किए हैं जिनमें ऑनलाईन वृक्ष कटान की अनुमति, ऑनलाईन वृक्ष परागमन अनुमति तथा ऑनलाईन भर्ती प्रक्रिया शामिल है। अब रेंज अधिकारियों तक सभी को ऑनलाईन वार्षिक संपत्ति रिटर्न भरने की सुविधा प्रदान कर दी गई है। इस वर्ष प्रौद्योगिकी प्रभाग द्वारा ऑनलाईन विधि से पौधरोपण कार्यों की गतिविधि की निगरानी की गई जिसके द्वारा ज्ञात हुआ कि तीन दिनों में 80,000 लोगों के सहयोग से विभाग ने 17.5 लाख पौधे रोपित किए।उन्होंने कहा कि विभिन्न वृतों के अधिकारियों एवं कर्मचारियों को 9 से 16 अक्तूबर तक प्रशिक्षण कार्यक्रम जारी रहेगा।