पुस्तक विक्रेता संघ की बैठक मोक्षा रेस्तरां लोयर ढालपुर कुल्लू में संपन्न हुई। संघ के प्रधान अमित कुमार की अध्यक्षता में आयोजित इस बैठक में जिला भर के पुस्तक विक्रेता शामिल हुए। बैठक में निजी स्कूलों द्वारा चलाई जा रही व्यवसायिक गतिविधयों पर कड़ा एतराज जताया गया। बैठक को संबोधित करते हुए प्रधान अमित कुमार ने कहा कि निजी स्कूलों में धांधली चली हुई है। अविभावकों को दोनों हाथों से लुटा जा रहा है और निजी स्कूल किताबों कापियों व बर्दियों का कारोबार स्कूल में चला रहे हैं।
उन्होंने कहा कि कुछ बाहरी लोगों के साथ मिलकर इस धंधे को अंजाम दिया जा रहा है और जब इसका विरोध हुआ तो निजी स्कूलों ने शहर में ही कमरे लेकर पुस्तकों का भंडारण करना शुरू किया और इन स्टोरों पर ही अविभावकों को पुस्तक खरीदने के लिए बुलाया जा रहा है जिस कारण पुस्तक विक्रेताओं को भारी नुकसान हो रहा है और अविभावकों को लुटा जा रहा है। उन्होंने आरोप लगाया कि बुक लिस्ट को निजी स्कूल ओपन नहीं करती है जबकि नियमानुसार तीन माह पहले पुस्तक सूची बाजार में ओपन होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि पुस्तक विक्रेताओं ने सभी स्कूलों को आरटीआई भी डाली लेकिन किसी भी स्कूल प्रबंधन ने जवाब नहीं दिया है और अब संघ ने निर्णय लिया है कि इसकी शिकायत आरटीआई कमिश्नर से की जाएगी।
उन्होंने कहा कि इस मामले को वे कई बार उपायुक्त व जिला प्रशाशन के अन्य अधिकारियों के पास उठा चुके हैं लेकिन अभी तक कोई भी उचित करवाई नहीं हुई है और लूट घसीट का यह कारोबार यथावत चला हुआ है। उन्होंने कहा कि अब विक्रेता संघ ने निर्णय लिया है कि संघ इस धांधली को बंद करेगा और जो भी स्कूल इस धांधली में शामिल होगा उसका पर्दाफाश किया जाएगा। उन्होंने कहा कि स्कूलों को पुस्तक सूची तीन माह पहले जारी करनी चाहिए और कापियों में स्कूलों का नाम छापना बंद कर देना चाहिए। उन्होंने कहा कि सभी स्कूलों को पुस्तकों, कापियों व वर्दी के लिए ओपन टेंडर करने चाहिए ताकि यह धांधली समाप्त हो और अविभावकों को इसका लाभ मिल सके न कि निजी स्कूलों को। उन्होंने कहा कि यदि निजी स्कूलों ने ही यह व्यवसाय चलाया तो पुस्तक विक्रेताओं का क्या काम रह गया। उन्होंने चेतावनी दी है कि भविष्य में निजी स्कूलों की यह धांधली सहन नहीं होगी।