-नॉर्थ इंडिया पत्रकार ऐसोसिऐशन ने की घटना की कड़े शब्दों में निंदा
-माफी नहीं मांगी तो होगा सरकारी कार्यक्रमों का बहिष्कार
कुल्लू, 08 जुलाई। जनजातीय लाहुल स्पीति में प्रशासनिक अधिकारी द्वारा पत्रकार को धमकाना और लेखनी पर उंगली उठाना लोकतंत्र की हत्या है जिसका नॉर्थ इंडिया पत्रकार ऐसोसिऐशन कड़े शब्दों में निंदा करती है। घटना के बाद नॉर्थ इंडिया पत्रकार ऐसोसिऐशन के अध्यक्ष धनेश गौतम, जिला लाहुल स्पीति के अध्यक्ष मोहन रेलिंग्पा सहित तमाम पदाधिकारियों ने कहा है कि एक अधिकारी को इस तरह का कार्य शोभा नहीं देता है। राज्य अध्यक्ष धनेश गौतम ने कहा कि मृकुला माता मंदिर में कोई बैठक थी और वहां के कारदार ने वाकायदा पत्रकार को आमंत्रित किया था लेकिन एसडीएम उदयपुर पत्रकार को देखकर आग बगुला हो उठे और उन्हें वहां से बाहर जाने की धमकी दे डाली। उन्होंने कहा कि पत्रकार को अधिकारी द्वारा वहां पर सार्वजनिक तौर पर खरी खोटी सुनवाई गई है जो बिल्कुल तर्क संगत नहीं है। उन्होंने कहा कि एक अधिकारी के इस तरह के आचरण से मीडिया जगत आहत हुआ है और किसी भी सूरत में इस तरह की घटना सहन नहीं की जाएगी। उन्होंने कहा कि इस विषय में प्रदेश के मुख्यमंत्री, मुख्य सचिव, जनजातीय आयोग को पत्र पे्रषित किए गए हैं और अधिकारी पर तुरंत कार्रवाई की मांग की है। उन्होंने कहा कि एक अधिकारी का इस तरह का व्यवहार अनाड़ीपन या नासमझी को दर्शाता है। धनेश गौतम ने कहा कि जनजातीय जिला में पत्रकार अपनी जिम्मेवारी वखूबी निभा रहे हैं और पत्रकार कहां जाए या कहां न जाए यह काम अधिकारी का नहीं है। पत्रकारों को वही अधिकारी धमकी देते हैं जो सच को दबाना चाहते हैं। उधर, प्रेस क्लब लाहुल स्पीति ने भी इस घटना की कड़े शब्दों में निंदा की है। प्रेस क्लब लाहुल स्पीति व नॉर्थ इंडिया पत्रकार ऐसोसिऐशन ने कहा है कि अधिकारी ने यदि माफी नहीं मांगी तो लाहुल स्पीति में सरकारी कार्यक्रमों का बहिष्कार किया जाएगा। जरूरत पड़ी तो अन्य जिलों में भी कड़ा संज्ञान लिया जाएगा।