नाहन विधानसभा क्षेत्र के मिश्रवाला इलाके में आज मातम पसरा हुआ था। तीन साल की बच्ची सहित चार शवों को सुपुर्द-ए-खाक किया गया। हर आंख नम थी। जन सैलाब भी उमड़ा था। हादसे के बारे में सोच-सोच कर हर किसी के रोंगटे खड़े हो गए थे। गौरतलब है कि मिश्रवाला इलाका मुस्लिम बाहुल्य है। सीधे तौर पर तो नहीं कहा जा सकता, लेकिन सुपुर्द-ए-खाक की रस्म के दौरान कुछ लोग यह कहते जरूर नजर आए कि क्षेत्र में ऐसा पहली बार हुआ है, जब एक ही परिवार के चार शवों को सुपुर्द-ए-खाक किया गया।
बीती रात बहराल बैरियर के समीप जिस तरीके का हादसा था, वो भी शायद पूरे पांवटा इलाके में पहली बार ही हुआ होगा। यह सोच कर हर किसी की रूह कांप रही है कि पीछे से आ रहे उस ट्रक की क्या रफ्तार रही होगी, जिसने एक ही परिवार के चार सदस्यों को मौत के आगोश में उतार दिया। साथ ही यमुनानगर के रहने वाले चालक को भी मौत की नींद सुला दिया। चालक का शव उसके पैतृक गांव भेज दिया गया है। बहरहाल समूची दून घाटी इस भयंकर सडक़ हादसे से गमगीन है। तीन साल की बच्ची की दर्दनाक मौत हर किसी को झिझोंड रही है।