(विजय ठाकुर)हिमाचल प्रदेश के सबसे बड़े औद्योगिक क्षेत्र वीबीएन के बददी बरोटीवाला को हरियाणा के पिजौरं कालका से जोडऩे वाले बालद पुल की नींव नीचे से क्षतिग्रस्त हो गई है। विभाग व प्रशासन ने इस पुल से होने वाली आवाजाही को पूरी तरह से रोक दिया है। पुल के साथ लगती अस्थाई रूप से रियायश को हटा दिया गया है। झाड़माजरी व बरोटीवाला औद्योगिक क्षेत्र के साथ साथ आधा दर्जन पंचायतों का संपर्क भी बद्दी से टूट गया है। अब इन पंचायतों को हरियाणा राज्य के मंढावाला होते हुए आना पड़ेगा। कंपनियों में काम करने वाले कामगारों को अब पुल से आगे पैदल ही सफर तय करना पड़ेगा। 70 के दशक में बना यह पुल पुरानी शैली से ईंटो से बना हुआ है। दून के पहाड़ी क्षेत्र में हुई तेज बारिश के बाद अचानक आए पानी से रविवार सुबह पुल की फाउंडेशन हिल गई और पांच पिल्लरों के नीचे की फाउंडेशन पूरी तरह टूट कर पानी के साथ बह गई। लगातार पानी आने से मिट्टी लगातार पुल से नीचे से बह रही है जिससे अब इस पुल के टूटने का खतरा बना हुआ है। खतरे को भांपते हुए स्थानीय प्रशासन ने पुल के दोनों ओर मिट्टी लगा कर पुल पर होने वाली आवाजाही को रोक दिया है। यहां पुल के नीचे रह रहे लोगों को हटा दिया गया है। साथ लगती झुगियों को वहां से हटा दिया गया है। अगर पानी कम नहीं हुआ तो पुल कभी भी गिर सकता है ।पुल के पीलर के साथ लोगों ने आशियाने बना रखे थे। जिसे सुरक्षा की दृष्टि से स्थानीय प्रशासन की ओर से तहसीलदार व पुलिस ने मौके पर हटा दिया है। पुल के साथ कुछ लोगों ने झुगियां बना रखी थी उन्हें भी हटा दिया गया है।
राष्ट्रीय मार्ग बद्दी- पिंजोर पर पहले ही जाम की स्थिति रहती है लेकिन बालद पुल क्षतिग्रस्त होने के बाद राष्ट्रीय मार्ग पर बद्दी के समीप जाम की स्थिति बनी हुई है। बरोटीवाला मार्ग बंद होने से सभी वाहन इसी मार्ग से जा रहे है। बद्दी टौल बैरियर, लाईट चौक पर जाम की लंबी स्थिति बनी हुई है।
बद्दी तथा साथ लगती पंचायतों को बरोटीवाला व उसके साथ लगती पंचायतों में जाने के लिए टौल देना पड़ेगा। जिन लोगों ने अपनी गाडिय़ों में टौल पास नहीं लगाए है। उन्हें अपने बैरियर पार करके जाना पड़ेगा जिससे उन्होंने अपने ही क्षेत्र में जाने के लिए टौल देना पड़ेगा। वहीं टौल बैरियर के संचालकों की चांदी हो जाएगी। जिन लोगों ने पास नहीं बनाए है। या तो अब वह अपने पास बनाएंगे अन्यथा उन्हें अब अपने ही क्षेत्र में जाने के लिए टोल टैक्स देना पड़ेगा
वहीं विभाग के अधिशासी अभियंता संजीव अग्निहोत्री ने बताया कि पुल के जिस ओर फाउडेंशन क्षतिग्रस्त हुई है। उस और पानी को बंद करके उसके बहाव को जेसीबी लगा तक दूसरी ओर किया जा रहा है। सुरक्षा की दृष्टि से पुल के साथ रहने वाले लोगों की झुगियों को हटा दिया गया है। कुछ लोगों ने पुल के नीचे अपने निवास स्थान बनाए हुए थे उन्हें भी वहां से हटा दिया गया है। उन्होंने बताया कि यह पुल ईंटो की पिल्लर का बना हुआ है। पुल के पिल्लरों के नीचे से लगातार मिट्टी कट रही है जिससे कभी भी पुल गिर सकता है।