(शशि राणा) शिक्षा विभाग और सरकार बेशक सरकारी स्कूलों में गुणवत्ता परक शिक्षा देने की बात करती है, लेकिन वर्तमान में स्कूलों में अध्यापकों के अधिकतर पद रिक्त पड़े हैं। ऐसे में स्कूल आने वाले बच्चों की पढ़ाई कैसी होगी, इसका अनुमान आसानी से लगाया जा सकता है।
ऐसा ही हाल रक्कड़ तहसील के अंतर्गत आते वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला सलेटी का है । जहाँ पर स्कूली बच्चों का भविष्य राम भरोसे ही है । वैसे भी सलेटी, भौगोलिक दृष्टि से रक्कड़ तहसील का दुर्गम स्थान है , जहाँ दूर -दूर से बच्चे स्कूल में पढ़ने आते हैं SMC के प्रधान प्रवीण कुमार व् कमेटी अन्य सदस्यों का कहना है कि सलेटी स्कूल में पिछले लंबे समय से शिक्षकों के कई पद रिक्त हैं।वर्तमान में हायर सेकंडरी में बॉयोलॉजी, IP कंप्यूटर, DPE, ऑफिस क्लर्क, सीनियर अस्सिस्टेंट, अस्सिटेंट, 4th क्लास- 2 और माध्यमिक में TGT आर्ट्स,PET और LT के कुल ग्यारह पद रिक्त पड़े हैं।
यही हाल प्राइमरी स्कूल सलेटी का है। यहाँ भी H.T का पद रिक्त है।
सरकारी स्कूल में शिक्षकों की कमी के कारण ही अभिवावक अपने बच्चों को सरकारी स्कूलों में पढ़ाने से धीरे -धीरे किनारा कर रहे हैं ।फलस्वरूप सरकारी स्कूलों में बच्चों की संख्या में कमी आ रही है।SMC के प्रधान प्रवीण कुमार अन्य कमेटी सदस्यों और स्थानीय निवासियों ने विभाग और सरकार से मांग की है कि रिक्त पदों को यथाशीघ्र भरा जाये, ताकि देश का भविष्य अच्छी तरह से पढ़ सके ।