-आदित्य ने शाड़ाबाई व राम सिंह मिंया ने बजौरा में किया स्वागत
-सुक्खू ने शिंदे को दिया बंजार में संतुलन बनाने का आश्वासन
कुल्लू, 19 अगस्त। प्रदेश कांग्रेस प्रभारी सुशील कुमार शिंदे, मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह व प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष सुखविंदर सिंह सुक्खू कांग्रेस के कार्यकर्ता सम्मेलन के लिए कुल्लू पहुंचे और औट से लेकर कुल्लू तक कांग्रेसियों ने उक्त आला नेताओं का भव्य स्वागत किया। किसी ने भी स्वागत करने में कोई कोर कसर नहीं छोड़ी लेकिन इस स्वागत में कांग्रेस की गुटबाजी भी खुलकर सामने आई। कुल्लू के प्रवेश द्वार बजौरा से ही गुटबाजी का आलम शुरू हो गया था। यहां पर बंजार कांग्रेस की गुटबाजी खुलकर सामने आई।
प्रवेश द्वार बजौरा में बंजार कांग्रेस के अध्यक्ष राम सिंह मिंया ने अपने समर्थकों के साथ उक्त नेताओं का स्वागत किया। वहीं, बजौरा से आधा किलोमीटर की दूरी पर शाड़ाबाई में कर्ण सिंह पुत्र एवं मंडी लोस युकां अध्यक्ष आदित्य विक्रम सिंह ने उक्त आला नेताओं का भव्य स्वागत किया। उधर, अलग-अलग स्वागत के बाद राजनीतिक गलियारों में गुटबाजी की हवा से राजनीतिक माहौल गर्म हो गया। वहीं, सोशल मीडिया में दोनों नेताओं के समर्थकों ने अलग-अलग फोटो डालकर गुटबाजी को सरेआम सड़कों पर लाया। यही नहीं स्वागत के चंद घंटे बाद ही दोनों नेताओं के स्वागत में जुटी भीड़ को भी दर्शाना शुरू कर दिया। इसमें आदित्य विक्रम सिंह के समर्थकों ने बाजी मारी और फोटो में दर्शाया गया कि बंजार कांगे्रस अध्यक्ष राम सिंह मिंया के साथ स्वागत में खड़ी भीड़ बहुत कम थी जबकि आदित्य के साथ भारी भीड़ को दर्शाया गया है। लिहाजा बंजार कांग्रेस की फूट इस कार्यकर्ता सम्मेलन के बहाने जगजाहिर हुई है। उधर, बंजार की इस गुटबाजी को देखते हुए कांग्र्रेस प्रभारी सुशील कुमार शिंदे भी नराज दिखे।
शाड़ाबाई में जनसभा को संबोधित करते हुए प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष सुक्खू ने भी नराजगी जाहिर की और प्रदेश प्रभारी को आश्वासत किया कि शीघ्र ही बंजार में चल रही इस गुटबाजी को समाप्त कर दिया जाएगा और वहां पर दोनों गुटों में संतुलन बनाया जाएगा। गौर रहे कि बंजार में कांग्रेस पार्टी में गुटबाजी इतनी हावी हो चुकी है कि 5 वर्ष में तीन कांग्रेस अध्यक्ष बदले जाने के बाद भी गुटबाजी खत्म नहीं हुई है। यहां पर जिसकी लाठी उसकी भैंस वाली स्थिति कांग्रेस में बनी हुई है। हाल ही में राम सिंह मिंया को अध्यक्ष पद से नवाजा गया है लेकिन वह भी टिकट के दावेदार होने के कारण बंजार में कांग्रेस को एकजुट नहीं कर पाए हैं। जिसके चलते अन्य टिकट के दावेदार उनके साथ चलने को तैयार नहीं हैं। खास बात यह भी रही कि हिमबुनकर के अध्यक्ष टहल सिंह राणा इस पूरे कार्यकर्ता सम्मेलन से ही नदारद रहे। वहीं, टिकट के अन्य दावेदार थरवन पालसरा सम्मेलन में पूरी तरह से मौजूद रहे।