( जसवीर सिंह हंस ) पांवटा साहिब सहित हिमाचल के 7 उद्योगों की दवाएं फेल हो गई हैं। इनमें से 6 दवाएं और एक एनेस्थेटिक इंजेक्शन शामिल है। केंद्रीय औषधि मानक नियंत्रण संगठन (सीडीएससीओ) के नवंबर माह के जारी किए गए ड्रग अलर्ट में हिमाचल के 7 उद्योगों की दवाओं के सैंपल फेल हो गए हैं। इनमें दवाओं में बीबीएन की 3, पांवटा साहिब की 3 और कांगड़ा की 1 दवा कंपनी की दवाएं शामिल हैं। हिमाचल ने दवा निर्माण क्षेत्र के विश्व मानचित्र पटल पर अपना नाम कमाया है, लेकिन हर माह जारी होने वाले ड्रग अलर्ट में अब हर बार दवाएं मानकों पर खरा नहीं उतर रहीं हैं।
जी लैबोरेट्रीज इंडस्ट्रियल एरिया पांवटा साहिब की एमोक्सीसिलिन ओरल सस्पेंशन, जी लैबोरेट्रीज की ही दूसरी अमोक्सीसिलिन ओरल सस्पेंशन, मेडिपोल फार्मास्यूटिकल इंडिया प्राइवेट लिमिटेड भुड्ड की मैथाइल एरगोमेटराइन और जी लैबारेट्रीज पांवटा की एमोक्सीलिन ओरल सस्पेंशन दवा शामिल है। यह दवाएं एंटीबायोटिक, प्रसव को बढ़ाने व रक्तस्त्राव रोकने, सर्दी खांसी जुकाम बुखार, एनेस्थेटिक आदि के उपचार में प्रयोग में लाई जाती है। राज्य दवा नियंत्रक नवनीत मारवाह ने बताया कि जिन उद्योगों की दवाइयों के सैंपल फेल हुए हैं, उन्हें नोटिस जारी कर दिया गया है। फेल हुए सैंपलों के बैच मार्केट से वापस मंगवाने के निर्देश जारी कर दिए गए हैं।