(विजय ठाकुर) हमारे नेता एकजुट होते तो कांग्रेस ज्वाली विधानसभा क्षेत्र से एक-एक वोट के लिए तरसते नजर आते। हमें पिछले चुनावों में भी कांग्रेस ने नहीं हराया था और मौजूदा जो हालात हैं, इसमें भी आगामी चुनावों में बीजेपी अपने ही नेताओं की वजह से हारेगी। ज्वाली विधानसभा क्षेत्र में सीएम के दौरे के मौके पर क्षेत्र के बीजेपी नेता अपना दर्द कुछ इस तरह बयान करते दिखे। नाम न लिखने की शर्त पर कई वर्षों से बीजेपी की सेवा में जुटे कार्यकर्ता अपने ही चन्द नेताओं की गुटबाजी को इस विधानसभा क्षेत्र में पार्टी की लुटिया डुबाने के लिए जिम्मेवार मानते हैं। एक अौपचारिक भेंट मे बातचीत के दौरान पार्टी के लिए काम कर रहे इन नेताओं ने कहा कि बीजेपी सरकारों ने इस क्षेत्र के विकास में कोई कोर कसर बाकी नहीं रखी थी। यहां की जनता भी बीजेपी के प्रयासों को सराहते हुए पार्टी का साथ देने को तैयार हैं, लेकिन चन्द लोग अपनी महत्वकांक्षा के चलते अपनी डफली और अपना राग लेकर चल रहे हैं।
ऐसे में इन स्वार्थी नेताओं के बीच जनता पिस रही है और पार्टी को मिलने वाला वोट बंट रहा है, जिसका सीधा फायदा यहां कांग्रेस को मिल रहा है। बीजेपी के इन नेताओं का तो यहां तक भी कहना है कि सीएम जिन योजनाओं का उद्घाटन कर रहे हैं उनमें से अधिकतर का शिलान्यास पूर्व सीएम प्रेम कुमार धूमल ने किया था और इन योजनाओं का लाभ जनता को मिल रहा है। सीएम वीरभद्र सिंह इन योजनाओं के उद्घाटन के बहाने राजनीति करके सिर्फ अपने नाम की पट्टिकाएं लगा रहे हैं। स्थानीय विधायक ने भी अपने पूरे कार्यकाल में ऐसा कोई काम नहीं किया जिसका कि वह श्रेय ले सकें। आज जब सीएम धूमल सरकार के समय की योजनाओं का उद्घाटन कर रहे हैं तो हमारे टिकट के चाह्वान नेताओं को इसका खुलेआम विरोध करना चाहिए था। अफ़सोस की बात है कि ऐसे वक्त पर ऐसा कोई नेता सामने नहीं आ रहा। इन नेताओं को प्रदेश के पार्टी आलाकमान से भी शिकवा है कि कोई भी बड़ा नेता इस मामले में हस्तक्षेप करके एकजुटता लाने का प्रयास नहीं कर रहा। अब भी वक्त है कि पार्टी हाईकमान जल्द सबको एकजुट करे नहीं तो ज्वाली में बीजेपी का परचम फहराना सिर्फ एक सपना बनकर रह जाएगा।