(विजय ठाकुर) प्रदेश के ग्रीष्मकालीन छुट्टियों वाले स्कूलों की छुट्टियों में किसी भी तरह का बदलाव नहीं किया गया है। उच्च शिक्षा निदेशालय ने सोशल मीडिया पर फैलाई जा रही भ्रांतियों पर स्थिति स्पष्ट करते हुए बताया है कि बीते साल का शेड्यूल ही इस शैक्षणिक सत्र में भी जारी रहेगा। अप्रैल महीने में कोई छुट्टियां नहीं रहेंगी।
26 जून से 31 जुलाई तक स्कूल मानसून छुट्टियों के चलते बंद रहेंगे, इसके बाद दिवाली पर्व के दौरान छह दिन की छुट्टियां मिलेंगी। फेसबुक और व्हाटसअप पर इन दिनों संदेश चल रहे हैं कि ग्रीष्मकालीन छुट्टियों वाले स्कूलों में साल 2015 से पूर्व का शेड्यूल इस साल से लागू किया गया है। इसके तहत पहली अप्रैल से सात अप्रैल तक छुट्टियां रहेंगी।
जबकि मानसून की छुट्टियां 17 जुलाई से 24 अगस्त तक होंगी। इस जानकारी को लेकर रोजाना शिक्षा निदेशालय में भी फोन आ रहे हैं। ऐसे में उच्च शिक्षा निदेशालय ने स्थिति स्पष्ट करते हुए बताया है कि छुट्टियों के शेड्यूल में कोई बदलाव नहीं किया गया है। बीते साल की तरह ही इस साल भी छुट्टियां रहेंगी। अतिरिक्त शिक्षा निदेशक एमएल आजाद ने बताया है कि पहली अप्रैल से प्रदेश के सभी सरकारी स्कूलों में जमा एक और जमा दो कक्षा में प्रवेश लेने के लिए प्रक्रिया शुरू होगी।
11 अप्रैल से 30 अप्रैल तक दस रुपये की लेट फीस के साथ प्रवेश मिलेगा। ग्रीष्मकालीन स्कूलों की सभी कक्षाओं के लिए प्रवेश भी इसी दौरान होगा। सरकारी स्कूलों में एक साल के दौरान कुल 52 छुट्टियां दी जाती हैं। ग्रीष्मकालीन स्कूलों में दस दिन की छुट्टियां सात जनवरी से 16 जनवरी तक होती हैं।
36 दिन की छुट्टियां 26 जून से 31 जुलाई तक निर्धारित की गई हैं। छह दिन की छुट्टियां दिवाली से दो दिन पूर्व शुरू होती हैं। इसी तरह शीतकालीन स्कूलों में पहली जनवरी से नौ फरवरी, 21 जुलाई से 26 जुलाई और दिवाली के दौरान छह छुट्टियां तय की गई हैं। राजकीय अध्यापक संघ के प्रदेश अध्यक्ष वीरेंद्र चौहान ने भी लोगों से भ्रांतियां न फैलाने की अपील की है