(विजय ठाकुर) प्रदेश के उर्जा मंत्री के विधानसभा क्षेत्र मे पहले मंगलवार को कट लगता था, लेकिन अब आए दिन बिजली के कट लग रहे हैं। यह देख कर अब लोगो मे चर्चा आम हो गयी है कि प्रदेश के ऊर्जा मंत्री के गुह क्षेत्र मे ही बिजली की पूर्ति इस हाल मे है तो अन्य प्रदेश मे क्या होगा ।विभाग के इस रवैये से फतेहपुर की करीब दो दर्जन पंचायत के बाशिंदों में रोष है।
बिजली कट दिन ,रात व शाम के समय खाना बनाते समय लगाया जाता है और इससे महिलाओं को खासी दिक्कत होती है। लोगों को मोमबत्ती व लैंप की रोशनी में खाना खाने के लिए मजबूर होना पड़ता है। साथ ही स्कूल व कालेज के विद्यार्थियों निजी व्यवसाय करने वाले व सरकारी कर्मचारी भी परेशान हैं। पिछले दो सप्ताह से उपमंडल में हर दिन बिजली के कट लग रहे हैं। कई वार दिन मे ही करीब दस दस वार कट लगा कर हर विभाग व लोग विधुत विभाग की कार्यप्रणाली से खफा है ।
वार वार कट लगने से आईपीएच विभाग की पेयजल योजनाएं भी हाफ्ने शुरु हो गयी है। अगर ऎसा ही रहा तो क्षेत्र मे लोगो के घरो मे पानी की सपलाई भी विकराल रुप धारण कर सकती है । तो बही क्षेत्र मे विजली के गुल रेहने से लोगों को अंधेरे में ही रातें काटनी पड़ रही हैं। छात्र राकेश कुमार व अमित कुमार का कहना है आजकल हमारे एग्जाम चले हैं, लेकिन पावर कट के चलते पढ़ाई प्रभावित हो रही है। दुकानदार सुरेन्द्र कुमार का कहना है कि आजकल हर काम बिजली पर ही निर्भर है और बिजली गुल होने से व्यवसाय प्रभावित हो रहा है। चक्की मालिक दिनेश कुमार का कहना है उनका व्यवसाय भी बिजली के बिना अधूरा है।
पूजा चौधरी व सुमना देवी का कहना है विभाग को इस संबंध में कदम उठाना चाहिए।
इस पर भाजपा मण्डल फतेहपुर के अध्यक्ष चैन सिंह, पूर्व प्रत्याशी बलदेव ठाकुर,प्रदेश कार्यकरणी सदस्य एवं भाजपा फतेहपुर के युवा नेता चन्द्र शेखर गौरा का कहना है कि बडी शर्म की वात है कि एक विधायक जिसकी अपनी सरकार हो व उसी सरकार मे सम्बन्धित विभाग का मंत्री हो । फिर भी प्रदेश की तो क्या उसकी अपनी विधानसभा मे विधुत विभाग की सेबाए चरमरा गयी हो । तो यह साफ नजर आ जाता है की विधायक ने पिछले साढे चार सालो मे मात्र राजनीति सुख ही भोगा है । उर्जा मंत्री होने के बावजूद भी मंत्री महोदय क्षेत्र का विकास नही कर पाए है।
इस बारे में विद्युत बोर्ड फतेहपुर के एसडीओ नजामुदीन ने बताया कि अगर रात को कोई विद्युत लाइन में फाल्ट आ जाए तो उसे सुबह ही ठीक किया जाता है, क्योंकि बार्ड में कर्मचारियों की कमी है। फिर भी लोगों की समस्या का प्राथमिकता से समाधान किया जाएगा।