(विजय ठाकुर) बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ अभियान के अंतर्गत बेटियों को बैग व गिफ्ट बांटे जाने पर सवालिया निशान लग गया है। ऐसा कहा जा रहा है कि पात्रों को दरकिनार करते हुए आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं व सहायिकाओं ने अपने चहेतों के नाम ही लिस्ट में शामिल किए हैं। ऐसे में आज हुए कार्यक्रम में अधिकतर गिफ्ट लेने वाले आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं व सहायिकाओं के चहेते ही देखे गए। वहीं मामला सामने आने के बाद प्रशासन ने भी जांच के आदेश दे दिए हैं।
बता दें कि बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ अभियान के अंतर्गत बेटियों को बैग व गिफ्ट बांटे गए। पर किसी की बहू तो किसी की भांजी तो किसी की बहन तो किसी चाची,तो किसी की कजन को कार्यक्रम में योजनाओं के तहत गिफ्ट लेते हुए देखा गया। इस कार्यक्रम में जब यह गिफ्ट बांटे जा रहे थे तो खुल कर जान पहचान देखने को मिल रही थी, वहीं इस तरह कार्यक्रमों में चहेतों को ही रेवड़ियों की तरह गिफ्ट बांटने के मामले में विभाग व प्रशासन पर अंगुलियां उठनी शुरू हो गई हैं।
क्षेत्र के लोगों में पंडित रमेश, विजय सिंह, रुखसाना, ज्योति, सोनिया व अंकित आदि का कहना है कि इस तरह के कार्यक्रमों में गरीब पात्र परिवार को ही ऐसे कार्य में पहल होनी चाहिए व विभाग को चाहिए कि जो लिस्ट उनके पास भेजी है, उस पर जांच कर ही निर्णय लिया जाए। वहीं, इस बारे में सीडीपीओ फतेहपुर ओम प्रकाश का कहना है कि मामला ध्यान में आया है। इस पर कार्रवाई की जाएगी। जब इस बारे में एसडीएम फतेहपुर शशि पाल शर्मा से बात की गई तो उन्होंने बताया कि इसकी जांच करवाई जाएगी।