जिला सिरमौर में ट्रांसपोर्ट विभाग की कार्यप्रणाली पर सवालिया निशान खड़े हो गए हैं। 8 जून रविवार को RTO सिरमौर सोना चौहान ने बोलियों में दो ओवरलोड डंपरों को पकड़ा था। दोनों डंपरों पर एक ही नंबर की प्लेट लगी हुई थी जिसके तहत धारा 420,467 सहित अन्य कई धाराओं के तहत मामला दर्ज किया जाना था लेकिन 2 दिनों बाद भी मुकदमा दर्ज नहीं हुआ है, और न ही डंपरों का अता पता है। यह सब आरटीओ सिरमौर सोना चौहान की गलती का नतीजा है क्योंकि उन्होंने डंपरों को छोड़ दिया और कोई लिखित शिकायत पुलिस में नहीं दी

एक और जहां एसपी सिरमौर अवैध तरीके से चल रहे डंपरों पर दिन-रात कार्रवाई करते दिख रहे हैं। वहीं दूसरी और कुछ अधिकारी उन्हें संरक्षण दे रहे हैं। प्राप्त जानकारी के अनुसार 8 जून को बोलियों के पास आरटीओ सोना चौहान ने एक ओवरलोड डंपर को रोक लिया, जिसका नंबर HR 58C-0099 था। इस डंपर पर ओवरलोड रेत भरी गई थी थोड़ी ही देर बाद इसी नंबर का एक और ट्रक वहां पर आ पहुंचा उसमें ओवरलोड बाजरी भरी हुई थी और उसका भी नंबर भी HR 58C-0099 था । दोनों ट्रैकों को आरटीओ सोना चौहान द्वारा पकड़ लिया गया वहीं दोनों डंपरों से जो बिल मिले हैं उन पर न तो कोई स्टांप थी और ना ही कोई साइन हुए थे। इतना ही नहीं उनमें से एक डंपर से दो और नंबर प्लेटें बरामद हुई थी। लेकिन अब सामने आ रहा है कि ना तो उन नंबरों का कहीं अता-पता है और ना ही पुलिस में कोई शिकायत दी गई है। ऐसा लगता है कि आरटीओ अधिकारी द्वारा या तो डंपरों के मालिकों से सांठ-गांठ की गई है या किसी दबाव में आकर उन्हें छोड़ा गया है।

वही दो दिन बाद भी आरटीओ मैडम सोना चौहान की और से फर्जी नंबरों से चल रहे डंपरों की शिकायत पुलिस को नहीं दी गई। जिसके कारण फिलहाल पुलिस भी कोई कार्रवाई नहीं कर पा रही है। बता देंगे इससे पहले भी कहीं आरटीओ ऑफीसर भ्रष्टाचार के आरोपों से घिरे रहे हैं। काला आंम में एआरटीओ रिश्वत के साथ गिरफ्तार हुआ था अगर सुत्रों कि माने तो ट्रांसपोर्ट ऑफीसर के पीछे विजिलेंस भी लगी हुई है क्योंकि वह भ्रष्टाचार में ऊपर से नीचे तक संलिप्त है।हिमाचल प्रदेश की खनिज संपदा खुले तौर पर हरियाणा में तस्करी की जा रही है जो सीधे-सीधे हिमाचल प्रदेश की रेवेन्यू और खनिज संपदा की चोरी है।
वही इस पूरे मामले की गंभीरता को देखते हुए, माइनिंग अधिकारी कुलभूषण शर्मा ने जांच के आदेश दिए हैं ।
वही आरटीओ सोना चौहान ने 8 जून रविवार को मीडिया को ब्यान दिया था जिसमें mvi act और अन्य धाराओं के तहत डंपरों को लेकर पुलिस को शिकायत सौंपने की बात कही थी। लेकिन अब तक ये शिकायत नहीं दी गई है और डंपर भी गायब बताए जा रहे हैं। वही इस पूरे मामले में आरटीओ सोना चौहान का पक्ष लेने के लिए उन्हें कई बार फोन किया गया लेकिन उन्होंने फोन नहीं उठाया जब भी उनका पक्ष सामने आएगा वह प्रकाशित किया जाएगा।
क्या बोले एस पी सिरमौर निश्चितं सिंह नेगी…
वहीं एसपी सिरमौर निश्चितं सिंह नेगी ने बताया कि मीडिया और डंपरों से परेशान लोगों ने फोन कर इस पूरे मामले की जानकारी दी थी। हम आरटीओ ऑफिस की ओर से फर्जी नंबरों से दौड़ रहे डंपरों की शिकायत का इंतजार कर रहे थे जो अभी तक नहीं मिली है इस बारे में आरटीओ विभाग को लिखकर जानकारी ली जाएगी।