हिमाचल प्रदेश अल्प संख्यक वित्त विकास निगम (एमएफडीसी) के उपाध्यक्ष तपेंद्र सैनी अब भी वीआईपी कल्चर को बरकरार रखे हैं। वीरवार को स्टेट बैंक ऑफ इंडिया के बाहर सैनी के सरकारी वाहन को देखकर हर कोई दंग हो रहा था, क्योंकि इस पर ओहदे की न केवल बड़ी पट्टिका लगी थी, बल्कि सरकारी वाहन के बोनट के नीचे हिमाचल सरकार लिखा गया था। बात यही नहीं खत्म हुई, वाहन के पिछले शीशे पर बकायदा वीआईपी का स्टीकर भी चस्पा था। पिछली तरफ भी हिमाचल सरकार लिखकर यह जताने की कोशिश की गई थी कि साहब का रुतबा शायद सीएम से भी अधिक है। चंद महीने पहले ही सरकार ने तपेंद्र सैनी को अल्प संख्यक वित्त विकास निगम का उपाध्यक्ष नियुक्त किया था। संभवत: ओहदा हासिल करने के बाद पहली बार आज पूरा दिन सैनी ने नाहन में ही बिताया।
गाड़ी के चारों तरफ खुद को वीआईपी बताने के लिए सैनी ने खूब मेहनत की हुई है। सरकारी वाहन पर बड़े ओहदे की पट्टिका लगी थी, साथ ही बैंक के नजदीक वाहन को नो-पार्किंग जोन में भी पार्क किया गया था, लेकिन मजाल है पुलिस की कि साहब का चालान हो जाता। सनद रहे कि कुछ महीने पहले प्रशासनिक अधिकारियों के वाहनों पर लगी पट्टिका के बारे भी समाचार प्रकाशित किया गया था। इसके बाद फौरन ही प्रशासनिक अधिकारियों ने अपनी गलती में सुधार कर लिया था। बहरहाल अब देखना यह है कि उपाध्यक्ष तपेंद्र सैनी भी अपनी भूल सुधार करते हैं या नहीं।