अलंकरण समारोह से जहां सम्मानित होने वाले व्यक्ति को और अच्छा कार्य करने के लिए ऊर्जा मिलती है जिससे समाज के अन्य लोगों को भी उनसे प्रेरणा मिलती है।
यह उदगार विधानसभा अध्यक्ष डॉ0 राजीव बिन्दल ने ब्रहर्षि आचार्य चन्द्रमणी वशिष्ठ की जयन्ती के अवसर पर गत सांय ददाहु के समीप बायरी में हिमाचल प्रदेश सिरमौर कला संगम द्वारा आयोजित महा अलंकरण समारोह में मुख्यातिथि के रूप में शिरकत करते हुए व्यक्त किए।
डॉ0 राजीव बिन्दल ने कहा कि ब्रहर्षि आचार्य चन्द्रमणी वशिष्ठ ने सेवा और समर्पण से बायरी को तपोस्थली बना दिया गया है। उन्होंने कहा कि अलंकरण समारोह एहसास दिलाता है कि बायरी में आज मिनी भारत एक संगम के रूप में विराजमान है जहां साहित्य की गंगा निकल रही है। उन्होंने कहा कि भारतीय संस्कृति की परम्परा है कि वह हमेशा मेहमानों का आदर सत्कार करती है जिसका उदाहरण आज विभिन्न प्रदेशों की विभूतियांे का सम्मानित किया जा रहा है।
उन्होंने कहा कि भारतीय संस्कृति प्रत्येक व्यक्ति को अपनी ओर आकर्षित करती है। उन्होंने कहा कि हमारा प्रयास है कि पुरातन भारतीय संस्कृति का विश्व भर में प्रसार हो और पुनः विश्व गुरू के पद पर विराजमान हो। उन्होंने अलंकरण समारोह के आयोजकों को बधाई देते हुए कहा कि यह आयोजन इसी प्रकार सफलता का सोपान हासिल करे।
इस अवसर पर विभिन्न क्षेत्रों मंे उत्कृष्ट कार्य करने वाली 11 विभूतियों को हिमाचल प्रदेश सिरमौर कला संगम की ओर से स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया गया जिसमें डॉ0 दिनेश चमोला तथा डॉ0 मस्तराम शर्मा को साहित्य, चन्द्रकांत पाराशर को साहित्यिक पत्रकारिता, हितेश शर्मा को पत्रकारिता के क्षेत्र में डॉ0 परमार सम्मान से सम्मानित किया गया। इसी प्रकार डॉ0 संदीप शर्मा, वीना तलवार तथा शिव प्रसाद शास्त्री को समाज सेवा के क्षेत्र में महाराजा राजेन्द्र सम्मान जबकि जोगिन्द्र सिंह को जन सेवा, हरी कृष्ण मुरारी को लोक साहित्य, डॉ0 सुरत ठाकुर को लोक संस्कृति तथा रविन्द्र वर्मा को लोक संगीत के क्षेत्र में आचार्य वशिष्ठ सम्मान से सम्मानित किया गया।
इससे पूर्व विधानसभा अध्यक्ष डॉ0 राजीव बिन्दल ने द्वीप प्रज्जवलित कर कार्यक्रम का शुभारम्भ किया। इस अवसर पर उन्होंने दिनेश ताश द्वारा लिखित तथा प्रकाश भारती द्वारा दिए गए सुर संगीत की सीडी तथा हिम हिमवन्ती द्वारा प्रकाशित गुरू महिमा विशेषांक का भी विमोचन किया गया।
हिमाचल प्रदेश सिरमौर कला संगम के कार्यकारी अध्यक्ष आचार्य ओम प्रकाश राही ने मुख्यातिथि तथा अन्य गणमान्य अतिथियों का स्वागत किया।
सम्मान समारोह की अध्यक्षता जय देव विद्रोही ने की तथा हिम हिमवन्ती मिडिया के प्रधान संपादक अरिवन्द गोयल ने विशिष्ट अतिथि के रूप में शिरकत की।
इस अवसर पर सिरमौर कला संगम के महासचिव दिनेश ताश के अतिरिक्त विभिन्न विभागों के अधिकारी तथा अन्य गणमान्य लोग भी उपस्थित थे।