सिविल अस्पताल पांवटा साहिब की लापरवाही के कारण एक डेढ़ वर्षीय बच्ची की मौत हो गई। समय पर उपचार न मिलने के कारण यह घटना पेश आई। मृतक बच्ची के माता-पिता ने सीधे तौर पर उनकी बेटी की मौत के लिए अस्पताल को जिम्मेदार ठहराया है। उनका आरोप है कि बच्ची के इलाज में लापरवाही बरती गई। इसके चलते उनकी बच्ची की मौत हो गई। साथ ही इस मामले में बच्ची के पिता ने पुलिस में भी शिकायत दी है।
दरअसल शिलाई निवासी लायक राम की डेढ़ साल की नवजात बच्ची आरूषी को बीती रात 8 बजे ईलाज के लिए अस्पताल लाया गया। बच्ची को उल्टियों की शिकायत थी। आरूषी को शिलाई अस्पताल से रैफर किया गया था। बच्ची के मां-बाप का आरोप है कि जब वह अपनी डेढ़ साल की बेटी को अस्पताल लाए थे, तो उसे उल्टियों की शिकायत थी, लेकिन वह हंस खेल रही थी व उसकी ऐसी हालत बिल्कुल नहीं थी कि उसकी मौत हो जाए। मगर रात को अचानक ही आरूषि की हालत खराब हो गई। इसके बाद स्टाफ नर्स को उसकी बिगड़ती हालत से अवगत भी करवाया गया और जब डॉक्टर ने उसको चैक किया, तो उसकी मौत हो चुकी थी। उन्होंने स्टाफ पर ईलाज में देरी व कोताही बरतने के आरोप लगाए है। इस मोके पर सतीश कपूर , भारत राणा ,रामलाल शर्मा ,मोहन तोमर, पवन चौधरी आदि भाजपा नेता भी मोके पर पहुच गये व परिवार को मदद का भरोसा दिलाया व सात्वना भी दी |
उधर इस मामले में सिरमौर के CMO संजय शर्मा ने कहा कि यह दुखदायी घटना है। फिर भी वह इस मामले की जांच करवाएंगे । अगर किसी भी अस्पताल स्टाफ की लापरवाही सामने आई तो उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।