मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर ने आज यहां हिमाचल प्रदेश पर्यटन विकास निगम लिमिटेड (एचपीटीडीसी) के निदेशक मण्डल की बैठक की अध्यक्षता करते हुए कहा कि राज्य सरकार हिमाचल प्रदेश को देश का पसन्दीदा पर्यटन गंतव्य बनाने के लिए प्रयास कर रही है। उन्होंने कहा कि कम लोकप्रिय क्षेत्रों में पर्यटन की सम्भावनाओं का पता लगाने के लिए सरकार द्वारा प्रयास किए जा रहे है, जिससे न केवल अनछुए क्षेत्रों में पर्यटन को बढ़ावा दिया जाएगा, बल्कि भारी भीड़-भाड़ वाले पर्यटन गंतव्यों पर से भी भार कम होगा।
जय राम ठाकुर ने कहा कि एचपीटीडीसी के होटलों में कमरों के नाम प्रदेश के एतिहासिक स्थानां, स्मारकों, मन्दिरों, पक्षियों व जन्तुओं के नाम पर रखे जाने चाहिए। यह एक नई पहल होगी, जो पर्यटकों को प्रदेश की संस्कृति व इतिहास की झलक प्रदान करेगी। उन्होंने कहा कि एचपीटीडीसी के होटलों के कर्मचारियों को उचित प्रशिक्षण प्रदान किया जाएगा ताकि आगंतुकों को गुणात्मक सेवाएं प्रदान की जा सकें।
मुख्यमंत्री ने कहा कि निगम में विभिन्न श्रेणियों के 103 पद भरे जाएंगे ताकि निगम के होटलों का सही प्रकार से संचालन व प्रबन्धन किया जा सके। उन्होंने कहा कि विशेषज्ञ बावर्चियों (कुक) को भर्ती करने पर विशेष बल दिया जाएगा तथा उन्हें नियमित रूप से प्रशिक्षण प्रदान किया जाएगा।
उन्होंने कहा कि निगम के पास वर्तमान में 19 बसें हैं जिसमें से आठ वॉल्वों बसें हैं। पर्यटकों को बेहतर परिवहन सुविधाएं प्रदान करने के लिए निगम चार नई वॉल्वों बसों को खरीद कर पुरानी वॉल्वों बसों से बदलेगा। इसके अतिरिक्त शिमला से चण्डीगढ़ के हेली-टैक्सी सेवाओं का उपयोग करने वाले पर्यटकों को आने-जाने की सुविधा प्रदान करने के लिए एक टैम्पो ट्रैवलर भी खरीदा जाएगा।
बैठक में यह भी बताया गया कि निगम ने गत वित्त वर्ष में 100.84 करोड़ रुपये का व्यापार किया तथा वर्तमान वित्त वर्ष के दौरान 125 करोड़ रुपये के व्यापार का लक्ष्य रखा गया है।मुख्यमंत्री ने कहा कि निगम की नुकसान में चलने वाले सभी प्रतिष्ठानों को लाभ अर्जित करने वाले प्रतिष्ठानों में बदलने के लिए और अधिक प्रतिबद्धता व समपर्ण की भावना से प्रयास किए जाने चाहिए। उन्होंने एचपीटीडीसी के होटलों में उचित स्वच्छता पर भी बल दिया।
अतिरिक्त मुख्य सचिव राम सुभग सिंह ने आश्वासन दिया कि पर्यटकों को श्रेष्ठ सुविधाएं प्रदान करने की सरकार की अपेक्षाओं को हासिल करने के लिए नए उत्साह व प्रतिबद्धता के साथ कार्य किया जाएगा।
एचपीटीडीसी के प्रबन्ध निदेशक सुदेश मोकटा ने बैठक की कार्यवाही का संचालन किया।मुख्य सचिव विनीत चौधरी, अतिरिक्त मुख्य सचिव डॉ. श्रीकान्त बाल्दी, सचिव वित्त अक्षय सूद तथा वरिष्ठ अधिकारी भी अन्य गणमान्यों सहित इस अवसर पर उपस्थित थे।