(जसवीर सिंह हंस ) सिरमौर जिला के पांवटा साहिब उपमंडल के किसानों को इस बार में गन्ना उत्पादन में भारी कमी के बावजूद गुड के अच्छे दाम मिल रहे है। आजकल दिनों पांवटा साहिब में तैयार होने वाले गुड़ की मिठास न केवल हिमाचल प्रदेश बल्कि कई पहाड़ी राज्यों के लोग भी चख रहे हैं। इन दिनों पांवटा साहिब घाटी से भारी मात्रा में गन्ने के रस से तैयार किये गुड़ व शक्कर की सप्लाई हो रही है।
पांवटा साहिब उपमंडल में तैयार की जाने वाला गुड़ व शक्कर अच्छे किस्म का होता है, लिहाजा इसकी डिमांड भी जिला सहित पडोस के राज्यों में ज्यादा रहती है वही विदेशो मे बसे लोग भी यहाँ से गुड़ मंगवा रहे है । पांवटा साहिब के शिवपुर क्षेत्र लोग आजकल भारी संख्या में गुड़ बनाने वाली भट्टियों पर काम करते देखे जा सकते है। पांवटा साहिब के गुड़ को इसलिए भी खास माना जाता है, क्योंकि यहां पर गन्ने के रस से तैयार होने वाले गुड़ में किसी भी तरह की कोई मिलावट नहीं की जाती है।
जिसके चलते यहां के गुड़ की विशेष मांग रहती है। शिवपुर सहित अन्य गांवों में लोग प्रतिदिन भारी संख्या में किसानों की भट्टियों पर भी गुड़ खरीदने पहुंच रहे हैं। उधर गुड़ बनाने वाले ओम प्रकाश व सोहन ने बताया कि इस सीजन में बाहरी राज्यों से यहां के गुड़ के लिए विशेष डिमांड आती है। डिमांड पूरी करने के लिए उन्हें दिन रात काम करना पड़ता है। ऐसे समय मे यहां स्थानीय लोगों को भी रोजगार के अवसर मिलते। वहीं क्षेत्र में इस बार गन्ना उत्पादकों को निराशा हाथ लगी है, क्योंकि मौसम की बेरुखी के चलते हैं गन्ना उत्पादन में भारी कमी दर्ज हुई है। हालांकि कम उत्पादन के चलते किसानों को गन्ने व गुड़ के दामों में बढ़ोतरी जरूर हुई है।
ठंड का सीजन शुरू होते ही पांवटा साहिब उपमंडल में लोकल भट्टियों पर बने गुड़ की डिमाड बढ़ जाती है। लोग ठंड के मौसम में गुड़ का प्रयोग खाना खाने के बाद भोजन को पचाने के लिए करते है। वही कुछ लोग इस गुड़ से चाय भी बनते है। डॉयबीटीज के रोगियो के लिए इस गुड़ व शकर की चाय उपयोगी बताई गई है। जिस कारण से शुगर मील में बने गुड़ व शकर की अपेक्षा भट्टियों पर बने गुड़ की डिमाड़ रहती है। पांवटा साहिब में गुड़ कि भट्टियों पर से ही आजकल 50 रूपये किलोग्राम गुड़ बिक रहा है।